New Delhi, 11 Sep 2020 : लोकप्रिय इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म ग्रो ने सीरीज सी के तहत 3 करोड़ डॉलर (220 करोड़ रुपए) की फंडिंग हासिल की, जिसमें सबसे ज्यादा फंडिंग वायसी कॉन्टिन्युटी द्वारा थी। इसके अलावा इस राउंड में मौजूदा निवेशकों सेक्युआ इंडिया, रिबिट कैपिटल और प्रोपल वेंचर ने भी भाग लिया। यह वायसी कॉन्टिन्युटी का भारत में पहला निवेश है।
इस निवेश का उपयोग ग्रो के टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, अपनी सर्विस का विस्तार करने और इंजीनियरिंग, प्रोडक्ट व ग्रोथ डिपार्टमेंट में बेहतर टैलेंट हायर करने के लिए किया जाएगा। इस फंडिंग का एक हिस्सा देश में फाइनेंशियल एजुकेशन के लिए शुरू की गई पहल ‘अब इंडिया करेगा इनवेस्ट’ में उपयोग किया जाएगा।
ग्रो के सीईओ और सहसंस्थापक ललित केशरी ने कहा कि ‘पिछले कुछ वर्षों में हमने लाखों निवेशकों के लिए स्टॉक और म्युचुअल फंड में निवेश करना सरल और पारदर्शी बनाया है। यदि हम आगे आने वाले अवसरों को देखें तो यह पहले दिन जैसा ही लगता है। हमने लोगों को ब्लॉग और वीडियो के माध्यम से निवेश के बारे में शिक्षित करने के एक छोटे कदम के साथ यात्रा की शुरुआत की थी। एक देश के तौर पर हमारी पूंजी बढ़ती रहेगी और हमारा उद्देश्य पूंजी को अच्छे तरीके से मैनेज करने के लिए लोगों को बेहतर तरीके से सुविधा मुहैया कराना है। हम ऐसे निवेशकों के साथ साझेदारी करके काफी खुश हैं, जो दूरदृष्टि और बड़े विजन में विश्वास रखते हैं। हमारे शुरुआती वर्षों में वायसी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अब यह निवेश हमें अपने लक्ष्यों की तरफ तेजी से बढ़ने में मदद करेगा।’
इस विस्तार के बारे में बात करते हुए वायसी कॉन्टिन्युटी में पार्टनर अनु हरिहरण ने कहा कि “हम विश्वास करते हैं कि ग्रो भारत में अब तक का सबसे बड़ा रिटेल ब्रोकरेज बना रहा है। वायसी में हम संस्थापकों को तब से जानते हैं, जब यह कंपनी एक आइडिया के स्तर पर थी और ये लोग प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में दुनिया के सबसे माहिर लोगों में से हैं। दुनिया के सबसे बड़े फाइनेंशियल प्लेटफॉर्म में से एक स्थापित हो चुके ग्रो के साथ साझेदारी कर के हम काफी खुश हैं।”
2017 में स्थापित हुआ ग्रो भारत में 80 लाख रजिस्टर्ड यूजर के साथ देश में सबसे तेजी से बढ़ता इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म बन गया है। यह प्लेटफॉर्म वर्तमान में स्टॉक ब्रोकिंग, डायरेक्ट म्युचुअल फंड्स सर्विस मुहैया कराता है और इन दोनों ही प्रोडक्ट का बेहतरीन विस्तार हुआ है। ग्रो में प्रत्येक माह रिकॉर्ड 1.5 लाख एसआईपी हो रही हैं। ग्रो स्टॉक में भी काफी तेजी देखने को मिली है, इसके लॉन्च के तीन महीने में ही प्रति माह 1 लाख से ज्यादा डीमेट अकाउंड खोले गए हैं।