New Delhi, 03 July 2020 : दुनिया भर की सरकारों की मुख्य चिंता यह बनी हुई है कि स्वास्थ्य सुविधाओं और जांचों को कैसे बढ़ाया जाए और साथ ही अर्थव्यवस्था को फिर से कैसे खोला जाए। ज्यादातर देश कोरोनोवायरस की दूसरी और अधिक शक्तिशाली लहर से चिंतित हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और चीनी अधिकारियों के बीच चल रहा वाकयुद्ध भी निवेशकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। द्वारा प्रथमेश माल्या, एवीपी- रिसर्च नॉन-एग्री कमोडिटी एंड करेंसी, एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड
सोना
बुधवार को स्पॉट गोल्ड की कीमतें 0.60 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1770 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुईं। इससे पहले यू.एस. ने सकारात्मक ट्रेड और इकोनॉमिक डेटा दिया और दुनिया भर में लॉकडाउन उपायों को शिथिल करने के साथ ही सेफ-हेवन संपत्ति यानी सोने के लिए अपील कमजोर हो गई।
इंस्टीट्यूट फॉर सप्लाई मैनेजमेंट (आईएसएम) के अनुसार, अमेरिकी औद्योगिक गतिविधियां मई-20 में 43.1 थी जो जून-20 में 52.6 हो गई हैं। कई व्यवसाय फिर से खुल गए हैं, और बेरोजगारी की मार धीरे-धीरे कम हो रही है।
जर्मन बायोटेक फर्म बायोएनटेक और यू.एस. फार्मास्यूटिकल दिग्गज फाइजर ने संभावित टीके के ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर दिए हैं, और इसने अब तक बहुत उम्मीदें जगाई हैं।
हालांकि, चीन और भारत के कुछ हिस्सों में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़े रहे हैं और इसने पीली धातु की कीमतों में गिरावट को सीमित कर दिया। प्रमुख केंद्रीय बैंकों की ओर से घोषित प्रोत्साहन उपाय योजनाओं और शून्य के करीब मंडला रही ब्याज दरों के कारण सोना अब भी एक आकर्षक निवेश विकल्प बना हुआ है।
कच्चा तेल
बुधवार को डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमतें 1.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 39.8 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुईं। इसकी वजह रही कोरोनोवायरस के बढ़ते मामलों की नई लहर, जिसकी वजह से दुनिया के कई देशों ने हवाई यातायात पर सख्त प्रतिबंध लगाए और बाजार की भावनाओं को प्रभावित किया।
26 जून को समाप्त होने वाले हफ्ते में 7.2 मिलियन बैरल से अधिक के स्टॉक के साथ यू.एस. क्रूड इन्वेंटरी स्तरों में गिरावट आई। अमेरिकी कारखानों में उत्पादन और विनिर्माण गतिविधियों में भी वृद्धि हुई है।
बेस मेटल्स
बुधवार को, लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) पर अधिकांश बेस मेटल्स कीमतें दुनिया के सबसे बड़े मेटल कंज्यूमर चीन द्वारा उत्पन्न किए जा रहे सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों के बीच बढ़कर बंद हुईं। इसने मांग को मजबूत करने के संकेत दिए और इससे कीमतों में बढ़ोतरी हुई।
अंतरराष्ट्रीय निकल स्टडी ग्रुप (आईएनएसजी) के आंकड़ों के अनुसार ग्लोबल निकल मार्केट का अधिशेष अप्रैल-20 में घटकर 8,800 टन पर पहुंच गया था, जो मार्च-20 में 10,900 टन के संशोधित आंकड़े से कम था।
इसके अलावा शंघाई एक्सचेंज में घटती औद्योगिक धातुओं की इन्वेंट्री और धातु की कीमतों में वृद्धि चीन में रिकवरी के मजबूत संकेत दे रहे हैं।
कॉपर
बुधवार को एलएमई कॉपर 0.76 प्रतिशत बढ़कर 6061 डॉलर प्रति टन के स्तर पर बंद हुआ क्योंकि चिली में खदान बंद होने के कारण दुनिया भर में आपूर्ति में परेशानियों का सामना करना पड़ा। लाल धातु की कीमतों में वृद्धि को अमेरिकी और चीन के सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों से भी समर्थन मिला।
यह देखा जाना चाहिए कि क्या संभावित कोरोनावायरस टीके का ह्यूमन क्लिनिकिल ट्रायल सफल रहते हैं और इन्हें स्वीकार किया जाता है। इस बीच, सरकारों को नागरिकों की भुखमरी से लेकर बेरोजगारी तक की चिंताओं को दूर करने के लिए गंभीरता से प्रयास करने होंगे।