New Delhi News, 26 April 2019 : कामिनी कुसुम द्वारा रचित नॉवेल “हनी एंड दि मून” एक उच्च-स्तरीय कैरियर बनाकर अपना और अपने परिवार का नाम रौशन करने की चाह रखने वाली “सृष्टि” नामक एक महिला के जीवन पर आधारित है।
इस नॉवेल में मुख्य नायिका, सृष्टि की सहायता से कामिनी कुसुम ने आम समाज में अपने कैरियर और एक बढ़िया ज़िंदगी को जीने की चाह रखने वाली एक आम महिला के जीवन से रूबरू करवाने की कोशिश की है। कहानी की मुख्य नायिका, सृष्टि भी एक ऐसी ही महिला है, जो अपने जीवन में एक अच्छा कैरियर बनाकर एक आन-बान-शान से भरा जीवन जीने की इच्छा और इरादे को पूरा करने के लिए प्रॉफ़ेशनल दुनिया की तमाम उन बेहद कठिन परिस्थितियों से बड़े ही साहस से लड़ने और निपटने का दम रखती है। लेकिन, दूसरी ओर ही उसे अपने जीवन में एक ऐसा जीवनसाथी भी चाहिए, जो उसे प्यार करे और उसकी सारी ज़रूरतों का ध्यान रखे!
लेकिन, नियती के अनुसार, सृष्टि को जैसे ही एक अच्छा कैरियर ऑप्शन और साथ में एक बेहद प्यार करने वाला व्यक्ति मिलता है! तो, मानों जहां एक ओर उसके जीवन के सभी सपने पूरे होते दिखाई दे रहे थे, वहीं दूसरी ओर जीवन और रिश्तों में आने वाले तनावों और मुसीबतों को सृष्टि बड़े ही साहस और धैर्य के साथ निपटाने की कोशिश और जद्दोजहद में लग जाती है।
यह क़िताब हर उस महिला के जीवन के कड़वे पलों पर रौशनी डालती है, जो समाज की कुरीतियों के चलते अपने सपनों को पूरा करने में नाकाम होने पर मजबूर होती नज़र आती है!
क़िताब की लेखिका, कामिनी कुसुम ने मैनेजमेंट में पोस्ट-ग्रैजुएट की डिग्री हासिल करने के साथ-साथ अपने जीवन के लगभग कई साल कॉर्पोरेट सैक्टर में कार्यरत रह चुकीं हैं। कामिनी कुसुम पहले भी “ए न्यू डॉन” और “सीक्रेट्स, सिन्स एंड स्ट्रगल्स” नामक दो अन्य नॉवेल्स की रचना कर चुकीं हैं!
श्रीमति कामिनी कुसुम बिहार की मूलनिवासी हैं! वर्तमान में वह अपने परिवार के साथ दिल्ली में रह रहीं हैं। श्रीमति कामिनी की दो बेटियाँ हैं। अपनी क़िताब लिखने के लिए प्रेरणा मिलने पर रौशनी डालते हुए कामिनी बतातीं हैं, “मैंने अपने जीवन में ख़ुद महसूस की गईं और अपने आसपास के लोगों के जीवन में आने वालीं परेशानियों को ही अपनी इस तीसरी क़िताब के माध्यम से पाठकों तक पहुँचाने की कोशिश की है! मेरी इस क़िताब में मंचित सभी किरदार आपको आम जीवन में देखने को मिल जाएँगे।
प्यार एक ऐसी ताक़त है, जिसके सही उपयोग से आपका जीवन स्वर्ग भी बन सकता है और वहीं किसी ग़लत व्यक्ति के संपर्क में आने से आपका जीवन किसी नर्क से कम नहीं हो जाता।”
कुसुम बतातीं हैं कि इस नॉवेल को लिखकर तैयार करने में उन्हें तक़रीबन दस महीने का समय लगा।
कामिनी कुसुम द्वारा रचित यह नॉवेल पाठकों के लिए अमेज़ॉन और विभिन्न बुक स्टोरों पर मौजूद है। पाठक इस नॉवेल को अमेज़ॉन के निम्नलिखित लिंक पर क्लिक करके अपने घर पर भी मंगवा सकते हैं: