New Delhi News, 24 जनवरी, 2022 : दिव्य धाम आश्रम, दिल्ली से वेबकास्ट श्रृंखला का 90वां संस्करण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को डीजेजेएस के यूट्यूब चैनल पर स्ट्रीम किया गया। इस वर्चुअल कार्यक्रम द्वारा दुनिया भर से हजारों लोगों ने अध्यात्म सागर में गोता लगाया।
कार्यक्रम का आरम्भ भक्ति भावनाओं से ओतप्रोत भजनों से हुआ और उसके बाद गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी परमा भारती जी ने आध्यात्मिक प्रवचन प्रस्तुत किए। उन्होंने विचारों के माध्यम से समझाया कि वो साधक भाग्यशाली हैं जिन्हें जीवन में दिव्य आध्यात्मिक गुरु का सान्निध्य प्राप्त है; क्योंकि सतगुरु ही हैं, जो हमारे आध्यात्मिक विकास को सुनिश्चित करते हैं तथा उसके लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं।
निःसंदेह, सतगुरु, जो ईश्वर का साक्षात्कार करवाने का सामर्थ्य रखते हैं, वे मानव वेश में साक्षात् ईश्वर ही होते हैं। एक शिष्य यह जानता है कि गुरुदेव ने ब्रह्मज्ञान के रूप में उसे जो दिव्य निधि प्रदान की है, उसके लिए वह उनका ऋण कभी नहीं चुका सकता।
आगे साध्वी जी ने कहा कि भक्ति पथ पर चलते हुए एक शिष्य को निरंतर इस बात का अवलोकन करते रहना चहिए कि वो वास्तव में आध्यात्मिक, भावनात्मक और मानसिक स्तर पर अपने गुरुदेव से कितनी गहराई से जुड़ पाया है।
प्रेरक गीत “हम होगें कामयाब एक दिन” द्वारा साध्वी जी ने भक्तों को प्रेरित किया कि परिस्थिति चाहे कितनी भी कठिन हो, हमें अपने सर्वोच्च लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर बढ़ते रहना चाहिए। गुरुदेव के मार्गदर्शन में, जब हम संगठित होकर चलेंगे, तो निश्चित रूप से बदलाव लाएंगे।
हम भाग्यशाली हैं क्योंकि हमें आध्यात्मिक गुरु के रूप में गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी का सान्निध्य प्राप्त हुआ है, जिन्होंने ब्रह्मज्ञान की शाश्वत तकनीक द्वारा ईश्वर दर्शन रूपी अमूल्य रत्न से हमारे जीवन को समृद्ध किया है व हमारी आत्मा को प्रबुद्ध किया है। हमारा अंतर्मन गुरुदेव के चरण कमलों में बारम्बार प्रणाम करता है।
कार्यक्रम का अंत एक घंटे के ध्यान सत्र से हुआ, जिसमें गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी के दुनिया भर में स्थित साधक शिष्यों ने वैश्विक कल्याण के लिए ध्यान साधना की।