February 21, 2025

केवीआईसी ने डिज़ाइन एवं फैशन आइकन सुनील सेठी को नियुक्त किया अपना अडवाइज़र

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Sunil Sethi
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New Delhi, 25 Sep 2020 : द खादी एण्ड विलेज इंडस्ट्रीज़ कमीशन (केवीआईसी) ने भारतीय फैशन जगत के जाने-माने व्यक्तित्व सुनील सेठी को अपना अडवाइज़र नियुक्त किया है। सेठी अब से रेडीमेड गार्मेन्ट्स के क्षेत्र में नए डिज़ाइनों के बारे में कमीशन को सलाह प्रदान करेगंे तथा देश-विदेश में खादी ब्राण्ड के प्रचार को बढ़ावा देने में योगदान देंगे।

श्री सेठी को एक साल के लिए अडवाइज़र नियुक्त किया गया है। इससे पहले जानी-मानी फैशन डिज़ाइनर मिस रितु बेरी केवीआईसी के अडवाइज़र के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कर रही थीं, हाल ही में उनका कार्यकाल समाप्त हुआ है।

श्री सेठी के पास ग्लोबल मर्चेन्डाइजि़ंग के क्षेत्र में चार दशक से अधिक का अनुभव है। अपने आधुनिक विचारों एवं सफल प्रयासों के साथ उन्होंने भारतीय हैण्डीक्राफ्ट, डिज़ाइन और टेक्सटाईल उद्योग के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है। फैशन डिज़ाइन काउन्सिल ऑफ इण्डिया, जो 400 डिज़ाइनरों का प्रतिनिधित्व करती है, का चेयरमैन होने के नाते, सेठी ने भारतीय फैशन उद्योग के वैश्वीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

‘‘राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर फैशन उद्योग में खादी के स्थायी विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह नियुक्ति की गई है। केवीआईसी विश्वस्तरीय मंच पर अपनी पहचान को विस्तारित कर रहा है और इस मंच के माध्यम से हम हर अवसर का लाभ उठा सकते हैं। खादी कारीगरों के पास बेहतरीन गुणवत्ता का सबसे अनूठा फैब्रिक बनाने की अद्भुत क्षमता है और अपने नए इनोवेशन्स के साथ खादी दुनिया भर के उपभोक्ताओं की पहली पसंद बन सकती है।’’ केवीआईसी के चेयरमैन, श्री विनय कुमार सक्सेना ने कहा।

यह नियुक्ति माननीय प्रधानमंत्री जी के आह्वान- लोकल टू ग्लोबल और वोकल फॉर लोकल के संदर्भ में भी उपयुक्त है। यह विकास कार्य भारतीय हैण्डीक्राफ्ट उद्योग के विकास को बढ़ावा देगा और फैशन उन्मुख उपभोक्ताओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा।

केवीआईसी का अडवाइज़र नियुक्त किए जाने से पहले, सेठी विभिन्न सरकारी संगठनों जैसे एचएचईसी, नेशनल क्राफ्ट्स म्युजि़यम और हस्तकला एकेडमी, टेक्सटाईल मंत्रालय, पर्यटन मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय के साथ अडवाइज़र की भूमिका निभा चुके हैं। वे नेशनल इन्सटीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी के बोर्ड ऑफ गर्वनर्स के सदस्य (एनआईएफटी) भी रह चुके हैं।

 

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