February 21, 2025

ईश्वर का संग कर के ही जीवन को सफ़ल बनाया जा सकता है : साध्वी आस्था भारती

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New Delhi News, 27 April 2022 : दिव्य धाम आश्रम, दिल्ली में दिनांक 24 से 30 अप्रैल 2022 तक ’श्री कृष्ण कथा’ का भव्य एवं विशाल आयोजन किया जा रहा है। संस्थान द्वारा आयोजित श्री कृष्ण कथा का प्रसारण संस्थान के यूट्यूब चैनल पर वर्चुअल वेबकास्ट के माध्यम से किया जा रहा है। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संस्थापक एवं संचालक गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या कथा व्यास साध्वी आस्था भारती जी ने कथा के तीसरे दिवस बताया कि भगवान श्री कृष्ण उद्धव जी से सतसंग का वर्णन करते हुए कहते हैं कि जगत के प्रति जीव के अंतःकरण में जितनी आसक्तियाँ हैं, जितनी भी कामनाएँ हैं, वह सतसंग के द्वारा नष्ट हो जाती हैं। सतसंग ही मुझे अत्यधिक प्रिय है अर्थात सतसंग के द्वारा ही प्रभु को सरलता से प्राप्त किया जा सकता है। प्रभु प्राप्ति का सबसे सरल एवं सुगम मार्ग सतसंग ही है। कथाव्यास ने कहा- सतसंग शब्द सत् और संग दो शब्दों से जुड़कर बना है। प्रभु का साक्षात्कार ही वास्तविक सत्संग है| सत्य का संग किए बिना केवल हरि चर्चा मात्र से कल्याण असंभव है। सत्य को जाने बिना मोह भंग नहीं हो सकता। और जब तक मोह रूपी अज्ञानता का नाश नहीं होगा, तब तक प्रभु के चरणों में प्रीति भी दृढ़ नहीं हो सकती। उन प्रभु तक पहुँचने का केवल एक ही मार्ग है|

किसी भी देश में पहुँचने के लिए भिन्न-भिन्न मार्ग हो सकते हैं क्योंकि वह एक स्थान एक जगह पर स्थित है। परंतु परमात्मा किसी एक स्थान पर स्थित नहीं है। वे तो कण-कण में निवास करते हैं इसलिए उस परमात्मा को जानने के मार्ग भी अनेक नहीं, एक ही है। उसी एक ज्ञान की चर्चा करते हुए श्री कृष्ण कहते है कि परमात्मा को तत्व से जानने वाले किसी ज्ञानी पुरुष अर्थात सतगुरु की शरण में जाकर उन्हें दण्डवत प्रणाम करके और निष्कपट भाव से परमात्मा के संबंध में प्रश्न पूछ और तत्पश्चात उनके चरणों की सेवा कर उस ज्ञान को तत्व से जानो। कथा का विशेष प्रसारण संस्थान के यूट्यूब चैनल पर किया जा रहा है। इस लिंक पर जाकर आप कथा का online वेबकास्ट अवश्य देखें: www.youtube.com/djjsworld। प्रसारण का समय प्रातः 10 से दोपहर 1 बजे तक तथा सायं 7 से रात्रि 10 बजे तक है।

 

 

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