New Delhi, 16 July 2020 : वोकल फॉर लोकल के लिए स्वदेशी क्रांति से भारतीय ब्रैंड लोकप्रिय हो रहे हैं। भारतीय कंपनियां यूजर को मेड इन इंडिया के विकल्प देने के लिए आगे बढ़कर आ रही हैं।
1.मित्रों: मित्रों शॉर्ट वीडियो बनाने वाला एक मेड इन इंडिया ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। यह एप यूजर को डिजिटल एंटरटेनमेंट और एंगेजमेंट को नए नजरिए से पेश करता है, जिसमें लोग ह्यूमर थीम के साथ अपनी रचनात्मक वीडियो ऑनलाइन पोस्ट कर सकते हैं। यूजर इसमें वीडियो क्रिएट, एडिट और शेयर कर सकते हैं। इसके अलावा लाइब्रेरी में दुनियाभर के टॉप वीडियो देख सकते हैं। सरकार द्वारा कुछ चाइनीज एप बैन किए जाने के एक दिन बाद ही एप के ट्रैफिक में 11 गुना का इजाफा देखने को मिला था। मित्रों एप को 2.1 करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका है। मित्रों एप पिछले 2 महीने में सबसे ज्यादा बार डाउनलोड किए जाने वाले एप में से एक है, जिसमें प्रति घंटे 4 करोड़ वीडियो व्यूज़ मिल रहे हैं। इस प्लेटफॉर्म में प्रतिदिन 10 लाख वीडियो क्रिएट की जा रही हैं।
2. पॉकेट52: पॉकेट52 देश का पहला क्रिप्टोग्राफिकली सिक्योर्ड ऑनलाइन पोकर प्लेटफॉर्म और पोकर नेटवर्क है। ये प्लेयर की प्रमुख समस्याओं जैसे फ्लेग्जिबिलिटी, भरोसा और कंट्रोल की कमी को सुलझाता है। पॉकेट52 नेटवर्क यह सुनिश्चित करता है कि टेबल हमेशा फुल रहे। इससे प्रत्येक ऑपरेटर के लिए प्लेयर की लिक्विडिटी बढ़ जाती है और हर बार उन्हें नए तरह का एंगेजमेंट, कैशबैक छूट, ऑफर, बड़े टूर्नामेंट और बड़े ऑफर मिलते हैं। इससे पूरी पोकर कम्युनिटी को फायदा पहुंचता है। एक साल के दौरान इस पोकर स्टार्टअप ने 10 लाख से 50 लाख रुपए इनाम वाले 30 से ज्यादा कैंपेन किए हैं। पॉकेट वॉल्ट इसका एक लॉयल्टी प्रोग्राम है, जो प्लेयर को जीतने पर 100 फीसदी रेकबैक (कमीशन) देता है। इनकी टेक्नोलॉजी पॉकेट52 नेटवर्क में तीन ऑपरेटर को सहयोग देती है: कॉलिंग स्टेशन-एक लोकप्रिय ऑनलाइन पोकर प्लेटफॉर्म; मोबाइल प्रीमियर लीग- देश का सबसे बड़ा कैजुएल गेमिंग प्लेटफॉर्म; और खुद का प्लेटफॉर्म पॉकेट52।
3. एक्सपे: ब्लॉकचेन आधारित प्लेटफॉर्म एक्सपे.लाइफ विभिन्न प्रकार की डिजिटल पेमेंट सर्विस जैसे टच स्क्रीन एटीपी कियोस्क, वेब, मोबाइल एप, पीओएस डिवाइस व अन्य मुहैया कराता है। यह प्लेटफॉर्म बी2बी और बी2सी दोनों प्रकार के सेगमेंट के लिए सर्विस देता है। कंपनी ट्रांजेक्शन में उच्च स्तर की पारदर्शिता दिखा रही है। इसने विस्तार के लिए अग्रणी बैंकों के भागीदारी की है। 2019 में बेटा वर्जन लॉन्च होने के बाद से अब तक एक्सपे.लाइफ ने 5 करोड़ रुपए तक के 1 लाख ट्रांजेक्शन पूरे कर लिए हैं। पिछले 10 महीनों में इसने वेब और मोबाइल एप के माध्यम से 234 फीसदी ग्रोथ का दावा किया है। लोग एक्सपे लाइफ एप व वेब के माध्यम से बिजली बिल, मोबाइल रिचार्ज, डीटीएच, ब्रॉडबैंड, एलपीजी, लोन ईएमआई आदि भर सकते हैं। प्रमुख तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने की प्रतिबद्धता के साथ इस प्लेटफॉर्म में देशभर के 253 बिलर, टियर-3 और टियर-4 में 50 हजार से ज्यादा पिनकोड में<span lang=”IN” style=”font