New Delhi News, 23 June 2020 : आज अखिल विश्व कोरोना महामारी के संक्रमण से जूझ रहा है जिसके चलते घरों में कैद हुए लोगों में तनाव व अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं केकारण नकारात्मक भावना पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। हालिया अध्ययन से यह साबित हुआ है कि जिन लोगों का प्रतिरक्षा तंत्र अर्थात् इम्यून सिस्टम अच्छा है वे लोग कोरोना को मात देने में अन्य की तुलना में कहीं अधिक सफल रहे हैं और इस बात को तो पूरे विश्व ने स्वीकारा है कि तनाव, चिंता और अवसाद जैसी बिमारियों को दूर कर स्वस्थ, खुशहाल और शांतिपूर्ण तरीके से जीने की कला सीखने का योग के अतिरिक्त दूसरा कोई माध्यम नहीं है। इसलिए प्रत्येक वर्षों की तरह इस वर्ष भी सम्पूर्ण विश्व में 21 जून को “अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” के रूप में मनाया गया। कोरोना महामारी के मद्देनज़र इस वर्ष यह दिवस लोगों को एकत्र किये बिना डिजिटल मीडिया मंचों पर आयोजित किया गया।
योग के लाभ से कोई वंचित न रहे इसके लिए मंथन: संपूर्ण विकास केंद्र, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा संचालित एक सामाजिक प्रकल्प जो पिछले एक दशक से देश के अभावग्रस्त बच्चों को निःशुल्क एवं मूल्याधारित शिक्षा प्रदान कर उन्हें सामाजिक, मानसिक शारीरिक एवं आध्यात्मिक रूप से सशक्त करने में संलग्न है, ने भी अपने सभी केन्द्रों के बच्चों को 21 जून 2020 को “अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” के प्रति प्रोत्साहित किया जिसमें सभी केन्द्रों के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों ने पूर्ण उत्साह से घर बैठे हीयोग के बहुत ही सरल एवं सुलभ आसनों का अभ्यास किया।सभी बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और योग-प्राणायाम करके अपने दिन की शुरूआत की। आधुनिक तकनीकों के माध्यम सेशिक्षकों ने ऑनलाइन ही बच्चों कोविभिन्न योगासनजैसे वृक्षासन, ताड़ासन, भुजंगासन, पवनमुक्तासन, सूर्यनमस्कार व प्राणायाम क्रियाओं जैसे कपालभाती, अनुलोम-विलोम, भस्त्रिका, भ्रमरी-नाड़ी शोधन का अभ्यास कराया। जहाँ बच्चों ने योग के कई आसन सीखे वही उन्होंने योग की महत्वत्ता को भी जाना कि किस प्रकार योग हमारा अंदरूनी तंत्र मजबूत करशरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और शरीर में स्फूर्ती लाता है। योग तन और मन के विकारों को दूर कर हमें एक सेहतमंद जीवन शैली सिखाता है और साथ ही हमें पढाई के तनाव से दूर रहने में भी मदद करता है। अंत में सभी बच्चों ने ध्यान की मुद्रा में कुछ समय बिताया और योग को जीवन में अपनाने का संकल्प लिया|