New Delhi News, 16 Dec 2020 : प्रत्येक बच्चे में जन्म से ही कोई न कोई प्रतिभा होती है। एक विशेषता होती है। बच्चों की इस मूलभूत प्रतिभा को ध्यान में रखकर उसी दिशा में उन्हें बढ़ाया जाए तो वह अपने जीवन को सार्थक कर सकते हैं। बच्चे अपनी विशेषताओं को पहचान कर सही दिशा में कदम रख अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकें, इसके लिये मंथन- संपूर्ण विकास केंद्र, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (DJJS) द्वारा संस्थापित एवं संचालित एक सामाजिक प्रकल्प जो अनेक वर्षों से समाज के अभाव ग्रस्त बच्चों को मूल्याधारित और नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर उनके व्यक्तित्व का संपूर्ण रूप से विकास करने में संलग्न है, समय-समय पर अपने पूर्व छात्रों के लिए “कैरियर काउंसलिंग सत्र” का आयोजन भी करता रहता है जिनमें बच्चों के व्यक्तित्व विकास से लेकर उनके भविष्य के अहम चुनाव करने में उनको उचित सलाह दी जाती है। इसी के अंतर्गत मंथन-SVK ने ऐसे ही एक अन्य सत्र का ऑनलाइन आयोजन किया जिसका विषय रहा- “Personality Development Workshop”।
सत्र में मार्गदर्शक के रूप में ब्रिगेडियर दीपक वशिष्ट ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सत्र का संचालन मंथन- SVK की कार्यकर्ता मोनिका चेतल ने किया। उन्होंने अतिथियों को मंथन-SVK प्रकल्प के लक्ष्य और गत वर्षों की सफलता से अवगत कराया। अपने जीवन के कुछ बेहतरीन अनुभवों के साथ दीपक वशिष्ट ने सत्र को प्रारंभ किया। उन्होंने छात्रों को समझाया कि मानव स्वभाव के कुछ ऐसे गुण होते हैं जो हर समय, हर परिस्थिति में प्रत्येक व्यक्ति के लिये आवश्यक हैं, जैसे अनुशासन, समय निष्ठा, शिष्टाचार, सकारात्मक दृष्टिकोण, आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति। इन सभी गुणों से जीवन में व्यवस्था और लक्ष्य के प्रतिगतिशीलता आती है। इसके साथ ही उन्होंने तनाव रहित जीवन के लिये शारीरिक और मानसिक दोनों ही विकास पर ज़ोर दिया। डॉ रचना ने तकनीकों के सकारात्मक पहलूओं को समक्ष रखते हुए कहाकि किस प्रकार आज के इस संकटपूर्ण समय में तकनीकों के विकास ने ही जीवन के आवश्यक कार्यों को संभव किया है। ऐसे ही कुछ अन्य प्रेरणादायी विचारों से उन्होंने छात्रों को लाभान्वित किया तथा जीवन के हर संघर्षों में वे स्वयं को प्रेरित रख सकें इस के लिये उनके समक्ष अनेक महान व्यक्तित्वों के उदाहरण प्रस्तुत किये। अंत में DJJS की प्रचारक शिष्याएँ साध्वी दीपा भारती और साध्वी अनीशा भारती ने अतिथियों का उनके बहुमूल्य समय और विचारों के लिये उनका आभार प्रकट किया।