Gurugram News, 26 May 2022 : मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्किल्स कॉउन्सिल के प्रतिभागियों, पंकज सिंह और सुभाजित दाव ने 3डी डिजिटल गेम आर्ट्स कैटेगरी में ऑस्ट्रेलिया में हुए वर्ल्ड स्किल्स ऑस्ट्रेलिया 2022 प्रतियोगिता में मेडेलियन ऑफ़ एक्सीलेंस पदक हासिल किया है। इस वर्चुअल ग्लोबल स्किल्स प्रतियोगिता में विश्वभर से विद्यार्थियों ने भाग लिया था। पंकज सिंह और सुभाजित दाव दोनों ही एमईएससी द्वारा अधिकृत गुरुग्राम के सेक्टर 33 स्थित लक्ष्य डिजिटल स्टूडियों से गेम डेवलपमेंट की ट्रेनिंग ले रहे है और शंघाई में होने जा रहे वर्ल्ड स्किल्स प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे हैं।
मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्किल्स काउंसिल के सीईओ श्री मोहित सोनी ने कहा कि एमईएससी के चैंपियन ने हमें उनके प्रदर्शन पर गर्व महसूस कराया है और हम आगामी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए उत्साहित हैं। एमईएससी द्वारा अधिकृत वर्ल्डस्किल्स इंडिया ट्रेनिंग सेंटर्स (एडब्ल्यूएसआईटीसी) में आयोजित अपने बूट कैंप के दौरान एमईएससी चैंपियंस कठोर प्रशिक्षण से गुजर रहे हैं और एमईएससी के चैंपियंस अक्टूबर 2022 में वर्ल्डस्किल्स शंघाई में होने वाले विश्व की सबसे बड़ी कौशल प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे।”
इंडिया स्किल्स प्रतियोगिता 2022 के विजेता पंकज सिंह बताते है कि ट्रेनिंग के पहले दिन से ही वो स्वर्ण पदक जितने की तैयारी में जुट गए। जिसमे बहुत सारे समय के साथ साथ अधिक मेहनत और लगन की ज़रूरत है। प्रतियोगिता की तैयारी करना आसान नहीं था और उन्होंने अपनी कमज़ोरियों और कुशलताओं को समझते और उन पर काम करते हुए सर्वोत्तम देने की कोशिश की है।
पंकज ये भी कहते है कि उन्होंने ट्रेनिंग के दौरान टेस्ट के फॉर्मेट, तकनीकियों और मशीनों को अच्छी तरह से समझने और उनके इस्तेमाल पर ध्यान दिया। जो एक ऑर्गेनिक मॉडल तैयार करने में मदद करता है और एक अवास्तविक इंजन के अंदर दोनों तरह के मॉडल की खूबियों को प्रदर्शित करता है ।
वीएफएक्स डिप्लोमा किये सुभाजित दाव का कहना है कि वो शंघाई में होने जा रहे वर्ल्ड स्किल्स प्रतियोगिता में गोल्ड जीतने की तैयारी कर रहे है और हाल ही में हुई ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड स्किल्स प्रतियोगिता काफी कठिन थी जिसको जितने के लिए रोज़ाना 8 घण्टों की कड़ी मेहनत और काम सीखने की लगन बेहद ज़रूरी है । जैसा की सब जानते है अधिक मेहनत के अलावा, सफलता पाने का कोई और मार्ग नहीं है वैसे ही शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ होना उतना ही ज़रूरी है।