New Delhi : संगीत साधना संस्थान द्वारा मैथिली और भोजपुरी अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में “संगीतांजलि समारोह”, महान तबला गुरु, पं. लल्लू सिंह जी की स्मृति में त्रिवेणी कला संगम के सभागार में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का उद्घाटन बगलामुखी पीठाधीश्वर, श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर स्वामी श्री वेदमूर्तिनंद सरस्वती जी महाराज; श्री अजित दुबे एवं डॉ. एस.के. वर्मा द्वारा दीप-प्रज्वलन कर किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मैथिली एवं भोजपुरी भगवती वंदना से श्री सुंदरम, श्रीमती श्वेता एवं सुश्री आयोनिजा श्री पाठक द्वारा किया गया।
तत्पश्चात्, कार्यक्रमों की श्रृंखला में पं. अजय झा द्वारा मोहन वीणा वादन में तबला संगति डॉ. नागेश्वरलाल कर्ण एवं श्री वीरमणी त्रिवेदी ने प्रदान की। कर्नाटक गायन की प्रस्तुति पं. एलनगोवन गोविंद राजन ने की, उनके साथ मृदंगम पर श्री रातुल ने संगति की।
कार्यक्रम का समापन पं. राकेश पाठक के शास्त्रीय गायन से हुआ, उनके साथ गायन में उनकी सुपुत्री, आयोनिजा श्री पाठक, हार्मोनियम पर पं. देवेंद्र वर्मा एवं तबले पर श्री वीरमणी त्रिवेदी ने संगति की।
संपूर्ण कार्यक्रम बड़ा ही उत्कृष्ट एवं प्रभावशाली था और दर्शकों एवं ऑनलाइन भी हज़ारों संगीत प्रेमियों द्वारा सराहा गया।
संस्थान के अध्यक्ष एवं गुरु पं. लल्लू सिंह के शिष्य, डॉ. नागेश्वर कर्ण द्वारा यह अच्छा आयोजन था, जिसमें “संगीत साधना रत्न” की उपाधि से पं. अजय झा एवं दिल्ली सरकार के साहित्य कला परिषद् के सहायक सचिव, पं. राकेश पाठक को एवं अन्य उपाधि से अन्य कलाकारों एवं अतिथियों को भी सम्मानित किया गया।