New Delhi News, 04 April 2020 : एनएचपीसी द्वारा,कोविड -19 से निपटने के लिए लॉकडाउन की स्थिति में भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा सील होने के कारण धारचूला, जिला-पिथौरागढ़ (उत्तराखण्ड) में सैकड़ों की संख्या में फंसे नेपाली नागरिकों के लिए भोजन व्यवस्था एवं चिकित्सा जाँच एवं दवाओं का प्रबंध कर सौहार्द की मिसाल कायम की गई है। धारचूला के पास स्थित एनएचपीसी के धौलीगंगा पावर स्टेशन द्वारा फंसे हुए नेपाली नागरिकों के लिए दिनांक 3 अप्रैल 2020 से धारचूला स्टेडियम तथा निगालपानी में लगाए गए राहत शिविरों में तीनों समय के भोजन का प्रबंध किया गया है। इस दौरान एनएचपीसी के चिकित्सकों द्वारा इन नेपाली नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया एवं उन्हें निशुल्क दवाइयाँ भी दी गईं। इन सभी नेपाली नागरिकों, जिनमें बच्चे, महिलाएं एवं बुजुर्ग भी हैं, को समय-समय पर भोजन आदि मिलता रहे और मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति होते रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए एनएचपीसी प्रबंधन द्वारा अपने कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है एवं प्रत्येक नागरिक की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान किया जा रहा है ।
ज्ञातव्य है कि जिलाधिकारी पिथौरागढ ने एनएचपीसी प्रबंधन से एक बैठक के दौरान इच्छा व्यक्त की थी कि एनएचपीसी, धारचूला में फंसे हुए नेपाली नागरिकों की सहायता के लिए जिला प्रशासन को यथासंभव सहयोग करे, जिस पर एनएचपीसी प्रबंधन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए सैकड़ों नेपाली नागरिकों को अपनी बसों द्वारा निर्धारित राहत शिविरों में भिजवाया एवं आज से धारचूला स्टेडियम तथा निगालपानी के शिविरों में उनके लिए भोजन एवं चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराई है। संकट की इस घड़ी में इस मानवीय सहायता नेपाली नागरिकों ने एनएचपीसी प्रबंधन की प्रशंसा की तथा एनएचपीसी के प्रति आभार व्यक्त किया। एनएचपीसी ने अपने सभी पावर स्टेशनों, परियोजनाओं और क्षेत्रीय कार्यालयों, को पहले से ही स्थानीय लोगों के लिए सभी संभव सहायता और संगरोध सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिये हैं।