बेंगलुरु | 06 मार्च 2023: भारत के प्रमुख कृषि-तकनीक संगठन, nurture.farm ने SWAL कारपोरेशन लिमिटेड के साथ साझेदारी करके अपने वेदर प्रोटेक्शन कवर प्रस्तावों का विस्तार किया है। यह उत्पाद प्रस्ताव nurture.farm के किसान रिजिलिएंस प्रोग्राम ‘कवच’ का हिस्सा है।
वेदर कवच एक जोखिम सुरक्षा प्रस्ताव है जो मौसम की गड़बड़ियों से होने वाले नुकसान से किसानों की रक्षा करता है। यह एक लचीला कवर ऑप्शन है जहाँ किसान किसी भी बीमाधन मूल्य का चुनाव कर सकते हैं और अत्यधिक वर्षा, लू की लहर या कम वर्षा की स्थिति में दावा का वितरण किया जाएगा। मौसम कवच उत्पाद के फायदों में सूचकांक-आधारित उत्प्रेरण, वितरण में कम समय और किसान के बैंक खाते में दावा राशि का सीधा हस्तांतरण शामिल हैं।
अपनी शुरुआत से ही nurture.farm 100,000 से अधिक किसानों को वेदर कवच दे चुका है और 12 महीनों से कम समय में दस लाख से ज़्यादा वेदर कवच दे चुका है।
nurture.farm के बीमा कार्यक्षेत्र के प्रधान विवेक लालन ने कहा कि, “वैश्विक स्तर पर 2022 इतिहास में पाँचवाँ सबसे गर्म साल था। रिपोर्टों के मुताबिक़, वैज्ञानिकों ने सावधान किया है कि 2023 में अल नीनो की वापसी हो सकती है जिसके कारण तापमान में एक शताब्दी पहले के औसत तामपान की तुलना में 1.5 डिग्री सेंटीग्रेड तक की वृद्धि होगी। यूनाइटेड स्टेट्स की विज्ञान पत्रिका, ‘प्रोसीडिंग्स ऑफ़ द नैशनल अकैडमी ऑफ़ साइंसेज’ (पीएनएएस) यानी राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी की कार्यवाहियाँ में प्रकाशित रिपोर्टों के अनुसार वैश्विक तापमान में हर एक डिग्री सेंटीग्रेड की बढ़ोतरी के चलते गेहूँ की औसत वैश्विक पैदावार में 6%, चावल में 3.2%, मक्के में 7.4% और सोयाबीन की पैदावार में 3.1% तक की कमी हो सकती है। इसके अलावा, तामपान में वैश्विक वृद्धि होने से बाढ़, सूखा, प्रचंड गर्मी की लहर, पानी की किल्लत का ख़तरा बढ़ जाता है और लाखों लोगों के गरीब हो जाने की स्थिति पैदा हो सकती है। खतरे की जानकारी होने, और हर साल खेती में नुकसान उठाने के बावजूद, भरोसे और शिक्षा की कमी, तथा ऊँची प्रीमियम के कारण 20% से भी कम किसान ही जोखिम-सुरक्षा उत्पाद लेते हैं“
nurture.farm ने SWAL कारपोरेशन लिमिटेड के साथ साझेदारी करने का फैसला किया है। एसडब्लूएएल कारपोरेशन लिमिटेड के साथ की गयी यह साझेदारी हमें बदलाव को तेज करने, किसानो को रिस्क कवर सुरक्षा पहुँचाने और दूसरे संगठनों के लिए एक नया रास्ता तैयार करने में काम आएगी | यह साझेदारी किसानों की दृढ़ता बढ़ाएगी और खेती को सचमुच सस्टेनेबल एवं जलवायु-सक्षम बनाने में मदद करेगी।