नई दिल्लीः- देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुर्लभ तस्वीरें यदि आप देखना चाहते हैं तो आपकी यह इच्छा पूरी हो सकती है। इन दिनों दिल्ली की ललित कला अकादमी में एक ऐसी फोटो प्रदर्शनी चल रही है जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन से जुड़ी अनदेखी और अद्भुत फोटो का संग्रह प्रदर्शित किया गया है।
इस फोटो प्रदर्शनी का आयोजन सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने सीनियर एडवोकेट, ऑल इंडिया बार काउंसिल के अध्यक्ष और इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ जुरिस्ट्स के चेयरमैन डॉ. आदीश सी. अग्रवाला द्वारा किया गया है।
तकरीबन 1300 फोटो के इस संग्रह में नरेंद्र मोदी की उन तस्वीरों को शामिल किया गया है जो आमतौर पर देखने में नहीं आतीं। ये तस्वीरें देश के विभिन्न स्थानों पर उनके आवागमन के दौरान भी ली गयी हैं और उनके तमाम विदशी दौरों के अवसर पर भी।
फोटो प्रदर्शनी में नरेंद्र मोदी के बचपन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बीजेपी में कार्यकर्ता और नेता, मुख्यमंत्री और दो बार प्रधानमंत्री रहते हुए देश-विदेशों के विभिन्न नेताओं, एंबेसडरों, न्यायधीशों के साथ फोटो के अलावा, विभिन्न स्थानों में भ्रमण, पूजा-अर्चना करने, सांस्कृतिक खेलों तथा व्यक्तिगत समारोहों आदि में शामिल होने के क्षणों को कैमरे की नज़र से दिखाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 72वें जन्मदिन के अवसर पर दिल्ली आयोजित इस प्रदर्शनी का शुभारंभ कई गणमान्य लोगों द्वारा किया गया। यह प्रदर्शनी 30 सितम्बर तक सुबह 11 बजे से 7 बजे तक चलेगी।
इंटरनेशनल फोटोग्राफी एक्सिबिशन ऑन नरेंद्र मोदी : ए चैंपियन ऑफ प्रोसपैरिटी एंड वर्ल्ड पीस के नाम से आयोजित इस फोटो प्रदर्शनी को देखने के लिये सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस डॉ. के.जी. बालाकृष्णन, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार के अलावा अनेक देशों के राजनयिक और अन्य विदेशी मेहमान, अन्य लोग और छात्र-छात्राएं भी शामिल हैं। इसे देखते हुए उनकी सुविधा के लिए तस्वीरों पर 11 भाषाओं में कैप्शन भी लिखे गए हैं जिनमें हिन्दी, अंग्रेजी, जर्मन, डच, फ्रेंच, जापानी व रुसी, स्पेनिश आदि भाषा शामिल है।
आयोजक डॉ. आदीश अग्रवाला का कहना है कि यह प्रदर्शनी नरेंद्र मोदी के जीवन, उनके बचपन और लोगों के कल्याण के लिए किये गए उनके अग्रणी कार्य, जनता से जुड़े रहने की उनकी शैली और उनकी जीत आदि की दुर्लभ तस्वीरों को बयां करती है। हालांकि इन फोटो को इकट्ठा कर इनका संकलन तैयार करने में उन्हें काफी दौड़धूप करनी पड़ी लेकिन अब इसका आयोजन कर वह सुकून और रोमांचित-सा महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लग रहा है कि देश के सच्चे नायक का सम्मान कर उन्होंने भी देश के लिए एक अच्छा काम किया है।
डॉ. आदीश अग्रवाला कई बार मोदी से मिल भी चुके हैं और उन पर अमेरिकी और ब्रिटिश लेखकों के साथ मिलकर पुस्तकें भी लिख चुके हैं।