गुरुग्राम, 6 सितम्बर 2022 : गुरुग्राम में 2022 की अप्रैल-जून तिमाही में प्रॉपर्टी के बाजार ने उम्मीद से कम सफलता हासिल की है, क्योंकि पिछली तिमाही की तुलना में नई आपूर्ति और बिक्री, दोनों घटी हैं। यह खुलासा आरईए द्वारा समर्थित ऑनलाइन रियल एस्टेट कंपनी PropTiger.com की हाल की रिपोर्ट से हुआ है।
रियल इनसाइट रेजिडेंशियल – अप्रैल-जून 2022 नामक उक्त रिपोर्ट के अनुसार, 2022 की दूसरी तिमाही में 2000 से भी कम नई यूनिट्स के लॉन्च के साथ गुरुग्राम में 59% की गिरावट दर्ज हुई।
इसी अवधि में प्रॉपर्टी की बिक्री में भी तिमाही-दर-तिमाही 15% गिरावट दर्ज हुई और केवल 1420 यूनिट्स की बिक्री हुई।
Housing.com, PropTiger.com और Makaan.com के ग्रुप सीएफओ श्री विकास वधावन ने कहा, “महामारी के बाद बिक्री बढ़ाने के लिये ज्यादातर राज्यों ने प्रोत्साहन की घोषणा की, लेकिन हरियाणा ने खरीदारों पर केन्द्रित कोई उपाय नहीं किया। इसके साथ ही प्रॉपर्टी के दाम बढ़ रहे हैं, जिससे गुरुग्राम में हाउसिंग अफोर्डेबिलिटी प्रभावित हो रही है और इसके साथ ही बाजार की उदासीनता के चलते घरों को खरीदने के इच्छुक लोगों ने अपने हाथ पीछे खींच लिये हैं।”
रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर नई यूनिट्स सेक्टर 89, सेक्टर 33 और डीएलएफ फेज 3 में लॉन्च हुई थीं। जबकि अधिकतम मांग सेक्टर 89, सेक्टर 106 और सेक्टर 81 के माइक्रो मार्केट्स में सीमित थी।
सेक्टर 106 के मामले में, अधिकतम (92 प्रतिशत) आवासीय बिक्री 1 करोड़ रूपये से ज्यादा की मूल्यसीमा में सीमित थी, जबकि 45 लाख रूपये से कम मूल्यसीमा वाले प्रोजेक्ट्स को सेक्टर 89 और सेक्टर 81 में घरों के खरीदारों ने पसंद किया।
आरईए इंडिया द्वारा समर्थित ऑनलाइन रियल एस्टेट कंपनी की रिपोर्ट यह भी दिखाती है कि 2022 की दूसरी तिमाही में 3बीएचके पसंदीदा कॉन्फिग्यूरेशन था, जिसकी कुल बिक्री में 48% हिस्सेदारी रही।
भारत के टॉप शहरों के बीच गुरुग्राम के पास 82 महीनों में सबसे ज्यादा नहीं बिका माल है
नहीं बिका माल | ||
शहर | जून 2022 तक नहीं बिका माल | महीनों में इंवेंटरी ओवरहैंग |
अहमदाबाद | 64,860 | 33 |
बेंगलुरु | 70,530 | 26 |
चेन्नई | 32,670 | 27 |
गुरुग्राम | 39,880 | 82 |
नोएडा | 16,110 | 44 |
हैदराबाद |
82,220 | 37 |
कोलकाता | 22,640 | 24 |
मुंबई | 2,72,890 | 38 |
पुणे | 1,17,990 | 25 |
*सबसे नजदीकी हजारों में बदली गईं यूनिट्स
स्रोत: रियल इनसाइड रेजिडेंशियल- अप्रैल-जून, प्रॉपटाइगर रिसर्च
शहर में बिक्री की धीमी गति ने इंवेंटरी ओवरहैंग को 82 महीनों में सबसे ज्यादा कर दिया है, जिसका मतलब यह है कि डेवलपर्स को 39,880 यूनिट का मौजूदा नहीं बिका स्टॉक निकालने में 6.8 साल लगेंगे।
Housing.com, PropTiger.com और Makaan.com की निदेशक एवं शोध प्रमुख सुश्री अंकिता सूद ने कहा, “गुरुग्राम में सही मूल्यसीमा और जगह पर सही प्रोडक्ट न होने की अनोखी स्थिति है। गुरुग्राम का मौजूदा प्रॉपर्टी मार्केट मुख्य रूप से एंड-यूजर पर चलता है और घर खरीदने के इच्छुक ज्यादातर लोग इस्तेमाल के लिये तैयार और काम में लेने लायक प्रोजेक्ट चाह रहे हैं।”
सुश्री सूद ने आगे कहा, “मांग के विपरीत गुरुग्राम का नहीं बिका केवल 35 प्रतिशत रेजिडेंशियल स्टॉक काम में लेने लायक स्थिति में है, जिससे ऐसे प्रोजेक्ट्स के दामों में बढ़त हुई है। इस शहर ने 2022 की पहली छमाही में प्रॉपर्टी के दामों में सालाना 9 प्रतिशत वृद्धि देखी है, जो कि टॉप 8 शहरों के बीच ज्यादा है। आने वाली तिमाहियों में गुरुग्राम में रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की मांग वांछित सीमा में तब तक नहीं आएगी, जब तक कि रूझान को बढ़ाने वाले बाहरी कारक, जैसे कि स्टाम्प ड्यूटी में छूट और डेवलपर्स के डिस्काउंट्स खरीदारों को आकर्षित नहीं करेंगे।”
नेशनल प्राइज कार्ड | ||
शहर | जून 2022 तक मूल्य प्रति वर्गफुट रूपये में | सालाना वृद्धि प्रतिशत में |
अहमदाबाद | 3,500-3,700 | 8% |
बेंगलुरु | 5,700-5,900 | 7% |
चेन्नई | 5,700-5,900 | 9% |
गुरुग्राम | 6,400-6,600 | 9% |
नोएडा | 5,200-5,400 | 2% |
हैदराबाद | 6,100-6,300 | 7% |
कोलकाता | 4,400-4,600 | 5% |
मुंबई | 9,900-10,100 | 6% |
पुणे | 5,400-5,600 | 9% |
भारत | 6,600 – 6,800 | 7% |
* नई आपूर्ति और माल के अनुसार भारी औसत दाम
स्रोत: रियल इनसाइट रेजिडेंशियल- अप्रैल-जून 2022, प्रॉपटाइगर रिसर्च
रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुग्राम में निर्माण सामग्री के दाम बढ़ने और रहने के लायक प्रॉपर्टी पर लगे प्रीमियम के कारण नई और नहीं बिकी प्रॉपर्टी का औसत मूल्य सालाना 9% बढ़ा है। गुरुग्राम में अभी प्रॉपर्टी के दाम 6,400 से 6,600 लेकर रूपये प्रति वर्गफुट हैं।