डीसीए के वार्षिकोत्सव में सम्मानित हुए स्कूल

0
867
Spread the love
Spread the love

New Delhi News, 03 Feb 2020 : दिल्ली कोलाज ऑफ आर्ट ने नई दिल्ली के मंडी हाउस स्थित श्रीराम सेंटर में अपना 18वां वार्षिकोत्सव मनाया। जाने-माने कलाकार स्नेह भसीन, अजय समीर, श्याम प्रसाद, अमर सिंह गोसाईं और अमित दत्त की उपस्थिति में दिल्ली-एनसीआर के कुछ प्रतिष्ठित स्कूलों के प्रिंसिपल और फाइन आर्ट्स के शिक्षकों को बी.सी. सान्याल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। डीसीए के संस्थापक-प्रिंसिपल अश्वनी कुमार पृथ्वीवासी ने बताया कि ये स्कूल केवल विज्ञान और कॉमर्स विषयों की तरफ छात्रों का ध्यान केंद्रित करने की बजाय आर्ट्स को बढ़ावा देने और उसके पेशेवर पहलुओं को उन तक पहुंचानेकी मुहिम में जुटे हैं। डीसीए ने पिछले साल भी ऐसे 9 स्कूलों को सम्मानित किया था और इस साल इस सूची में 10 ऐसे और स्कूल जुड़ गए हैं। बी. सी. सान्याल अवॉर्ड से इस साल सम्मानित स्कूलों में डीएवी स्कूल, वसंत कुंज, ब्लू बेल्स इंटरनेशनल स्कूल,ईस्ट ऑफ कैलाश, के. आर. मंगलम वर्ल्ड स्कूल, विकास पुरी,माडर्न स्कूल,बाराखंभा रोड,डीपीएस इंटरनेशनल स्कूल,साकेत,संस्कृति स्कूल,चाणक्यपुरी,स्प्रिंगडेल्स स्कूल, धौला कुआं, गवर्नमेंट बीएसएस स्कूल,टेखंड,शिव नादर स्कूल, गुड़गांव और गवर्नमेंट सीनियर बाल विद्यालय, शाहदरा शामिल हैं। यह अवॉर्ड आधुनिक भारतीय कला के शिखर पुरुष भवेश चंद्र सान्याल की स्मृति में आज से 12 साल पहले स्थापित किया गया था। भारतीय कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कलाकारों को डीसीए द्वारा बी. सी. सान्याल और लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाता रहा है। इसमें एमएफ हुसैन, कृष्ण खन्ना, मनजीत बावा, राम सुतार, जतिन दास, अंजिल इला मेनन, अनुपम सूद, नीरेन सेन जैसे कई कलाकार शामिल हैं। अब तक 60 से ज्यादा लोगों को सम्मानित किया जा चुका है।

कार्यक्रम के दौरान अश्वनी कुमार पृथ्वीवासी ने कला से जुड़े पिछले तीन दशकों के अपने सफर पर नजर डालते हुए बताया कि इस दौरान उन्हें करीब 7000 छात्रों को पढ़ाने का मौका मिला। इनमें चालीस देशों के लोग भी शामिल हैं। उनके अनुसार 1996 तक दिल्ली में फाइन आर्ट्स सिखाने वालों में केवल दो सरकारी कॉलेज, 2 सेमी गवर्नमेंट और एक प्राइवेट कॉलेज था। तब 17 अगस्त 1996 को दिल्ली के उत्तम नगर में एक छात्र के साथ यह संस्थान शुरू हुआ। धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ती गई। 2001 में इस संस्थान को एक प्रोफेशनल रूप के साथ लॉन्च किया गया। आज दिल्ली कोलाज ऑफ आर्ट की कई शाखाएं हैं।

इस अवसर पर दिल्ली कोलाज ऑफ आर्ट ने अपने पिछले साल के छात्रों को स्कॉलर ट्रॉफी और डिप्लोमा भी वितरित किए। छात्रों के रंगारंग सांस्कृतिककार्यक्रम बीच-बीच में इस वार्षिकोत्सव की शोभा बढ़ाते रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here