नई दिल्ली : श्री बालाजी बाबोसा मंदिर के बाबोसा फार्म में आयोजित श्री बाबोसा दिव्य ग्रंथ का विमोचन समारोह धूमधाम से संपन्न हुआ। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। परम आराधिका मंजू बाईसा के जन्मदिन पर आयोजित इस समारोह में भाग लेने हेतु देश के कोने कोने से भक्त पहुंचे थे।
उल्लेखनीय है कि श्री बाबोसा भगवान के देश- विदेश में लाखों भक्त फैले हुए हैं। उन सभी को इस ग्रंथ का बेसब्री से इंतजार था, क्योंकि इसमें बाबोसा भगवान एवं परम आराधिका मंजू बाईसा के बारे में प्रामाणिक जानकारियां उपलब्ध कराई हैं। ग्रंथ के लेखक पं० ओम प्रकाश चतुर्वेदी एवं श्री अजय बाबोसा बैद के अनुसार ग्रंथ के लेखन के पूर्व कई धार्मिक ग्रंथों का गहन शोधन किया गया। इसके अतिरिक्त जनश्रुतियों एवं प्रचलित मान्यताओं के साथ साथ अपने हृदय के उद्गार भी इस ग्रंथ में शामिल किए गए हैं।
इस अवसर पर प०ओम प्रकाश चतुर्वेदी एवं अजय बाबोसा बैद ने ग्रंथ के महत्त्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
परम श्रद्धेय श्री प्रकाश भाई जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम अत्यंत सौभाग्यशाली हैं कि आज इस दिव्यग्रंथ का अपनी आँखों के सामने विमोचन होता हुए देख रहे हैं।
जब परम आराधिका मंजू बाईसा ग्रंथ-विमोचन हेतु अग्रसर हुईं तो ग्रंथ का स्वागत गीत वायुमंडल में गूंज उठा और जब उन्होंने अपने पावन कर-कमलों द्वारा ग्रंथ का विमोचन किया तो विशाल जनसमूह ने श्री बाबोसा भगवान एवं परम आराधिका मंजू बाईसा के गगनभेदी जयकारे लगाए। विमोचन के पश्चात ग्रंथ की मधुर आरती प्रस्तुत की गई।
इस कार्यक्रम का विशेष आकर्षण था ग्रंथ की प्रतिलिपि के रूप में एक विशालकाय स्टील के ग्रंथ का अनावरण, जिसे बाद में राजस्थान के चूरू शहर में श्री बाबोसा दिव्य स्थल पर स्थापित किया जाएगा।
श्री धनराज शाह के निर्देशन में बाबोसा भक्त गायत्री प्रजापति, गुवाहाटी ने एक विशेष एरियल शो के माध्यम से परम आराधिका मंजू बाईसा को जन्मदिन की बधाई दी।
शालिनी माहेश्वरी ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया।