New Delhi News, 24 Dec 2018 : यह कहना है दिल्ली के पीतमपुरा में रहने वाली डॉ. अंजली धर का। हमेशा से अपने सपनों को पूरा कर उन्हें दिल खोलकर जीने की इच्छा और इरादे ने जैसे डॉ. धर को कभी भी और किसी भी हद तक मेहनत और परिश्रम करने में पीछे नहीं रहने की निरंतर प्रेरणा दी है।
और, शायद यही वजह भी है कि उनकी हर पल जीवन में कुछ नया मुक़ाम हासिल करने की इसी चाह ने आज डॉ. अंजली धर को अपने ही समाज में एक अलग ही स्थान हासिल करने में मदद की है।
इसका जीता-जागता उदाहरण है कि साल – 2018 में डॉ. अंजली को सबसे प्रतिष्ठत सम्मान “मिसेज़ इंडिया गुजरात – 2018” के ख़िताब से नवाज़ा गया। साथ ही इन्हें साल – 2018 में संपन्न हुए इलीट क्लब द्वारा आयोजित “मिसेज़ इंडिया – 2018” की “मिसेज़ इंडिया फ़ॉइनलिस्ट – 2018” का गौरव भी प्राप्त है।
ग़ौरतलब है कि डॉ. अंजली एक बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं। वो एक पल में मीडिया कर्मी हैं, तो दूसरे ही पल में सकारात्मकता के लिए प्रेरित करने वाली प्रवक्ता हैं! वहीं वो एक समाज सेविका हैं, तो अगले ही पल महिला सशक्तिकरण की प्रेरणासूत्र भी हैं! इसी के चलते डॉ. अंजली को अंर्तराष्ट्रीय ख़्याति-प्राप्त यूनिवर्सिटी से “शिक्षा” के क्षेत्र में मानद उपाधी भी प्राप्त हुई है।
साथ ही डॉ. धर ने “प्लैनेट्स प्रॉइड” अवॉर्ड पाने वालीं विश्व की टॉप 25 महिलाओं की सूची के साथ “इंटरनेशनल विमेन रिकॉग्निशन” अवॉर्ड से सम्मानित होने वालीं विश्व की टॉप 55 महिलाओं की सूची में भी अपना नाम शामिल कर परिवार और समाज का नाम रौशन किया है।
अपनी इन्हीं कलाओं के लिए देश के कई बड़े मीडिया समूहों ने भी अपने चैनल्स और लेखों के माध्यम से डॉ. धर के बारे में उल्लेख किया है।
इसके साथ ही समाज के उपेक्षित व सामान्य वर्ग के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करवाने के लिए सतत प्रयासरत रहने के लिए उत्कृष्ट प्रधानाध्यापिका होने के साथ-साथ एक ज़िम्मेदार मीडिया कर्मी का पात्र निभाने के लिए डॉ. धर को हाल ही में डॉ. एस. राधाकृष्णन सम्मान एवं डॉयनॉमिक लीडर – 2018 अवॉर्ड से भी नवाज़ा जा चुका है।
उनका सामाजिक ब्लॉग “DIL KI BAAT with RJ Dr. Anjali Dhar” विश्व-भर में शिक्षा एवं सामाजिक उत्थान के लिए सुप्रसिद्ध है।
इसके अलावा डॉ. धर अपने निजी जीवन में बिल्कुल एक सिम्पल-सी गृहिणी हैं, जो अपने परिवार और बेटे का बख़ूबी ख़याल रखती हैं!
वर्तमान में डॉ. अंजली धर फ़रीदाबाद के सेंट कोलम्बस स्कूल में बतौर प्रिंसीपल के पद पर कार्यरत हैं।
भई! वाह! एक ही जीवन में इतनी उपलब्धियां हासिल कर डॉ. धर ने ना सिर्फ़ अपने परिवार का ही, बल्कि पूरे समाज का सर फक़्र से ऊंचा कर दिया है।