February 21, 2025

इस दीपावली मुँह मीठा करें मक्खन लाल के सदाबहार स्वादिष्ट मालपुए के संग!

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New Delhi: मीठा चखने वालों को तो चाहिए बस एक मौका जब वो अपनी पसंद की मिठाई चख सकें! फिर चाहे वो आम नागरिक हों या फिर सेलिब्रिटी ही क्यों ना हों! सभी को चाहिए कुछ ऐसी मिठाई, जो उन्हें स्वाद के छटकारे दिला दे! लेकिन, स्वाद के साथ-साथ अगर सेहतमंद व्यंजन मिल जाए, तो, बात ही कुछ और हो जाती है!
इसी परंपरा को निभाती आ रही है पुरानी दिल्ली के खारी बावली बाज़ार में स्थित “मक्खन लाल स्वीट्स” के नाम से प्रसिद्ध यह छोटी-सी दुकान! यहां पर मिलने वाला शुद्ध देसी घी से तैयार सुप्रसिद्ध मालपुआ ना केवल आम नागरिकों में ही, बल्कि सेलेब्स के बीच भी अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। फिर चाहे वो बॉलीवुड की जानी-मानी फ़ैशन डिज़ाइनर – वारिजा बजाज हों या फिर विश्व के जाने-माने ब्रिटिश शेफ़ – जैमी ओलिवर हों; सभी मक्खन लाल के स्वादिष्ट मालपुए के दीवाने हैं और किसी-ना-किसी बहाने से यहां मिलने वाले हर-दिल अज़ीज़ देसी घी के मालपुए और आटे के लड्डू खाने ज़रूर आ जाते हैं!
वारिजा बताती हैं कि वो अपने व्यस्त समय से कुछ पल निकालकर जब भी चांदनी चौक घूमने आती हैं, तो, मक्खन लाल के मशहूर देसी घी के मालपुए और बेड़मी पूड़ी जरूर चखती हैं! इसके साथ ही हाल ही में दिल्ली के खारी बावली में भारतीय पारम्परिक मसाले लेने आए विश्व के जाने-माने शेफ – श्री जैमी ओलिवर ने भी मक्खन लाल के स्वादिष्ट मालपुए की सराहना करते हुए भविष्य में अपनी अगली भारत यात्रा पर इन मालपुओं को चखने का निर्णय लिया! साथ ही चांदनी चौक में पले-बढ़े सुपरस्टार – अक्षय कुमार भी अपने बचपन के दिनों में अपने दोस्तों संग इस दुकान पर कभी-कभी मालपुआ और रस-मलाई खाने आ जाते थे।
इतना ही नहीं, बॉलीवुड के अन्य सेलेब्स जैसे – गजेंद्र चौहान, रमेश गोयल और दिल्ली घराने के जाने-माने शास्त्रीय संगीतकार, श्री इक़बाल अहमद ख़ान भी इस छोटी-सी दुकान पर मिलने वाले स्वादिष्ट मालपुए और रस-मलाई के मुरीद हैं! इसके आलावा दिल्ली के लाल किले पर होने वाली रामलीला के मंचन में अपनी भूमिका निभाने आने वाले अन्य सेलेब्स जैसे – गगन मलिक, इत्यादि, भी यहां के मालपुए और आटे के लड्डू को चख चुके हैं!
दुकान के मालिक, श्री सिद्धार्थ खंडेलवाल बताते हैं कि देश के गुजरात, कर्नाटक, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल, आसाम, उत्तर प्रदेश, जैसे विभिन्‍न राज्यों के जाने-माने मालपुआ जैसे हर दिल अज़ीज़ मिष्ठान की मार्किट में मिठाई के रूप में शुरुआत देश की राजधानी दिल्ली में इसी दुकान से की गई थी। यूं तो मालपुआ नाम का यह मिष्ठान देश के विभिन्‍न राज्यों और प्रदेशों में घरों में पारम्परिक मिष्ठान के रूप में सदियों से बनता आ रहा है। लेकिन, राजधानी दिल्ली में इस स्वादिष्ट मिष्ठान की एक मिठाई के रूप में शुरुआत करने का गौरव इसी छोटी-सी दुकान के नाम है। इस मिठाई को और ज़्यादा स्वादिष्ट और सेहतमंद बनाने के लिए इसमें काजू, किशमिश, बादाम, पिस्ता, इत्यादि, मिलाए जाते हैं।
श्री सिद्धार्थ के भाई – श्री हर्ष खंडेलवाल बताते हैं कि यह दुकान अंग्रेज़ों के ज़माने की है! इस दुकान की नींव उनके परदादा के ज़माने – सन् -1940 में सबसे पहली बार रखी गई थी। और फिर धीरे-धीरे इस दुकान का विस्तार करते हुए आज इसी दुकान के ऊपर वाले हिस्से में सिद्धार्थ और हर्ष अपने पिताजी के साथ दुकान का निरीक्षण और प्रबंधन करते हैं।
साथ ही यहां होली त्योहार के अवसर पर मिलने वाली शुद्ध देसी घी की गुजियां साम्प्रदायिक सौहार्द्र को बढ़ावा देने और सभी धर्मों के लोगों में आपसी मिठास घोलने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहीं हैं। 100 प्रतिशत शुद्ध देसी घी के साथ ही काजू, किशमिश, बादाम, पिस्ता, कच्चा गोला, चिरौंजी, इत्यादि, के मिश्रण से तैयार इस मिष्ठान को यहां रहने वाले विभिन्न धर्मों के लोग एक-दूसरे को खिलाकर आपसी भाई-चारे को बढ़ाते हैं। इस मिष्ठान के स्वाद में सुगंध का तड़का लगाती केसर की खुशबू आपको इस दुकान तक खींच लाने में अपने आप में काफी है।
इसके आलावा यहां शुद्ध देसी घी से तैयार आलू की सब्जी के साथ परोसी जाने वाली बेड़मी पूड़ी का स्वाद तो एकदम लाजवाब है! गरमा-गरम आलू की सब्जी के साथ यह पूड़ियाँ आपको टेस्ट का एक अलग ही अहसास करतीं हैं!
हर उम्र के लोगों के बीच यहां की मठाईयों ने अपनी एक अलग ही जगह बना रखी है! साथ ही घूमने-फिरने और कुछ मीठा और अनोखा स्वाद चखने के शौकीनों के बीच यह दुकान एक मीटिंग पॉइंट की तरह भी काम करती है। शाम के समय अक्सर आप कुछ हटकर अलग स्वाद के शौकीनों को यहां पाएंगे।

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