राष्ट्र रक्षा महायज्ञ में सभी का सहयोग प्रशसनीय है : महेश गिरी

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New Delhi News : महायज्ञ के अंतिम दिन आज पूर्णाहुति के साथ ही इस आठ दिवसीय महायज्ञ का समापन हुआ। राष्ट्र रक्षा महायज्ञ के अंतिम दिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी, सांसद डॉ उदित राज,डॉ संबित पात्रा ओर विजेंद्र गुप्ता ने आहुति दी और विश्व के कल्याण की कामना की। विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता के हाथों आहूत दिला यज्ञ का समापन किया गया।

सांसद महेश गिरी ने आयोजन समिति के सदस्यों व अन्य सभी को इस महायज्ञ में सहयोग हेतु धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र रक्षा महायज्ञ राष्ट्र के लिए समर्पण की भावना को उत्पन्न करने और एक भारतीय होने का गौरव जागृत करने का प्रयास किया गया है। साथ ही उन्होने यज्ञ में लिए गये आठों संकल्पकों का अपने निजी जीवन में निर्वाहन करने का आग्रह सभी से किया।

सांसद ने कहा कि 18 मार्च से 25 मार्च तक चले राष्ट्र रक्षा महायज्ञ में 1111 वैदिक विद्या प्राप्त ब्राह्मणों द्वारा माँ पराम्बा भगवती बगलामुखी 108 कुण्डीय राष्ट्र रक्षा महायज्ञ संपन्न हुआ। 15 एकड़ क्षेत्र में फैले ऐतिहासिक लाल किला मैदान में निर्माणाधीन ‘राष्ट्र रक्षा महायज्ञ नगरी‘ का निर्माण किया गया था। जो प्रचीन भारतीय संस्कृति व वैभव का प्रतीक थी। महायज्ञ के दौरान भारत की सीमाओं पुंछ, वाघा बॉर्डर इत्यादि एवम भारत के चारो पवित्र धाम द्वारकाधीश, श्री जगन्नाथ, बदरीनाथ, रामेश्वरम आदि से जल व मिट्टी लाकर यज्ञ शाला का निर्माण किया गया था।

महायज्ञ के दौरान देश भर से आध्यात्मिक गुरू व पंडितो ने इसमें हिस्सा लिया और सवा दो करोड़ (2.25 करोड़) मंत्रों का मंत्रोच्चार किया। इन अध्ययात्म गुरूओं व पंडितो की उपस्थिति मात्र से मानो लाल किला प्रांगण एक आध्यात्म नगरी में परिवर्तित हो गया था। निश्चय ही इस प्रयास से भारतीयता एवं सांस्कृतिक अखण्डता की ऊर्जा का प्रसार हुआ है।

प्रतिदिन महायज्ञ में सांस्कृतिक महोत्सव के दौरान देश के जाने माने कलाकारो ने प्रत्येक शाम को नृत्य, संगीत और लोक कलाओं द्वारा भारतीय सांस्कृति की विरासत को प्रदर्षित किया। जो यह दर्शाता है कि हम चाहे कितने भी आधुनिक युग में क्यों न हो किन्तु हम आज भी भारतीय संस्कृति व अध्यात्म से जुडे़ है।

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