New Delhi : बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र के शेयरों ने लगातार छठे दिन भारतीय शेयर बाजारों में उछाल का रास्ता दिखाया। निफ्टी 82.45 अंक या 0.83% की वृद्धि के साथ 10,061.55 पर बंद हुआ। वहीं, सेंसेक्स 284.01 अंक या 0.84% चढ़कर 34,109.54 अंक पर बंद हुआ था। अमर देव सिंह, हेड एडवायजरी, एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में 11 में से नौ सेक्टोरल इंडेक्स हरे रंग के साथ बंद हुए, जिसका नेतृत्व निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स ने किया जो आज 5 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया। निफ्टी बैंक, रियल्टी, फाइनेंशियल सर्विसेस और निजी बैंक सहित अन्य निफ्टी सूचकांकों में भी 1-3 प्रतिशत की सीमा में तेजी आई।
आज के बड़े गेनर्स में कोटक महिंद्रा (3.11%), आईसीआईसीआई बैंक (2.61%), एमएंडएम (5.43%), बजाज फाइनेंस (3.15%), और नेस्ले (2.68%) रहे जबकि एनटीपीसी (1.96%), विप्रो (1.74%), भारती इंफ्राटेल (1.95%), ज़ी एंटरटेनमेंट (1.99%), और इंडसइंड बैंक (1.51%) टॉप लूजर्स में से थे।
व्यक्तिगत शेयरों में इंटरग्लोब एविएशन जनवरी-मार्च की अवधि में कंपनी को 871 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड घाटा दर्ज करने के बावजूद 13 प्रतिशत के करीब बढ़ गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में उसे 596 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। पोस्ट-रिजल्ट बयान में कंपनी ने कहा कि उसने लागत में कटौती कर अपने फाइनेंस को फिर पटरी पर लाने की योजना बनाई है।
ऑयल इंडिया
मूडीज इन्वेस्टमेंट सर्विसेस ने सरकार से संबंधित जारीकर्ता की लंबी अवधि की रेटिंग बीएए2 निगेटिव से बीएए3 निगेटिव तक डाउनग्रेड किया है। स्टॉक 2.98% बढ़कर 89.85 रुपये पर बंद हुआ।
सारेगामा
फेसबुक और इंस्टाग्राम पर वीडियो और अन्य सामाजिक अनुभवों के लिए सारेगामा म्युजिक लाइसेंस देने के लिए सारेगामा और फेसबुक के बीच ग्लोबल डील की घोषणा हुई है। इस खबर के कारण कंपनी के शेयर की कीमत 20% ऊपर जाकर अपर सर्किट पर बंद हुई। शेयर 334.65 रुपये पर बंद हुआ।
भारती इंफ्राटेल
भारती इंफ्राटेल का शेयर 1.95% फिसला और 218.90 रुपए के बाजार मूल्य पर बंद हुआ। पूजा जैन को भारती इंफ्राटेल कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर और प्रमुख प्रबंधकीय कर्मी के रूप में नियुक्त किया है।
वर्ल्ड मार्केट्स
वैश्विक बाजारों में भी रैली जारी रही और आज तीन महीने के उच्च स्तर को छुआ। एमएससीआई वर्ल्ड इक्विटी इंडेक्स , जो 49 देशों में शेयरों का प्रतिनिधित्व करता है, 6 मार्च 2020 के बाद अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचा है।
कमोडिटी में तेल की कीमतें मार्च-2020 के बाद पहली बार $40 प्रति बैरल को पार कर गईं। कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि कम अमेरिकी इन्वेंट्री और कोविड-19 प्रेरित संकट के मुकाबले मांग में सुधार के संकेत की वजह से हुई।