ढाका। भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके बांग्लादेशी समकक्ष अबुल हसन महमूद अली ने भारत-बांग्लादेश संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक की सह-अध्यक्षता की। भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने, “द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की।
सुषमा स्वराज का दौरा बांग्लादश में जारी रोहिंग्या शरणार्थियों के संकट के बीच हो रहा है। बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक रखाइन राज्य में सुरक्षा बलों द्वारा अल्पसंख्यक रोहिंग्या समुदाय पर एक श्रंखलाबद्ध हमले के बाद 25 अगस्त से करीब 6 लाख शरणार्थी भाग कर बांग्लादेश में घुसे हैं। पिछले माह भारत ने बांग्लादेश को इस संकट से निपटने में मदद करने के लिए राहत सामग्री मुहैया कराई थी। बांग्लादेश के विदेश मंत्री अली ने रविवार को हवाईअड्डे पर सुषमा स्वराज का स्वागत किया।
बतौर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का यह दूसरा बांग्लादेश दौरा है जो इस साल अप्रैल में बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत दौरे के बाद हो रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि सुषमा स्वराज के बांग्लादेशी नेतृत्व के साथ मुलाकात करने की संभावना है और साथ ही वह बांग्लादेशी थिंकटैंक और चैंबर ऑफ कॉर्मस एंड इंडस्ट्री और सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भी बातचीत करेंगी।
बयान में कहा गया है कि विदेश मंत्री की इस यात्रा से भारत और बांग्लादेश के बीच उत्कृष्ट द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करने और इन संबंधों को और मजबूत बनाने के अवसर प्रदान किए जाने की संभावना है।