मानव रचना में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का भव्य आयोजन, राजस्थानी लोक कला की शानदार प्रस्तुति

फरीदाबाद, 11 मार्च 2025: महिलाओं का मूल्य उनके आत्मविश्वास और हिम्मत से मापा जाता है। इसी सशक्त संदेश के साथ, मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस (MREI) ने विरासत 2025 के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का भव्य आयोजन किया। डॉ. ओ.पी. भल्ला फाउंडेशन और स्टूडेंट्स वेलफेयर विभाग द्वारा स्पिकमैके के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम ने राजस्थानी लोक संगीत और नृत्य की समृद्ध परंपरा को प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर सम्मानित अतिथियों में श्रीमती सुमिता दत्ता, संयोजक, स्पिकमैके; डॉ. एन.सी. वाधवा, डायरेक्टर जनरल, MREI; डॉ. संजय श्रीवास्तव, वाइस चांसलर, MRIIRS; डॉ. प्रदीप कुमार, प्रो वाइस चांसलर, MRIIRS; श्री आर.के. अरोड़ा, रजिस्ट्रार, MREI; डॉ. गुरजीत कौर चावला, डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर; डॉ. ज्योति पृथि, डिरेक्टर, इंटरनेशनल अफेयर्स; डॉ. शिल्पी झा, डीन, स्कूल ऑफ मीडिया स्टडीज़ एंड ह्यूमैनिटीज; और डॉ. तपस कुमार, एसोसिएट डीन, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, MRIIRS शामिल रहे।
संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य (SDG) 5 – समानता के अनुरूप यह कार्यक्रम पारंपरिक कलाओं के माध्यम से सामाजिक बदलाव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। प्रसिद्ध अनवर खान लंगा और उनकी टीम द्वारा प्रस्तुत लोक संगीत ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जबकि रंगारंग लोक नृत्य प्रस्तुतियों ने इस सांस्कृतिक उत्सव में चार चांद लगा दिए।
यह आयोजन मानव रचना की कला के प्रति अभिरुचि और समानता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण और भारत की सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित करने का मंच बना, जिससे रचनात्मकता, जागरूकता और सामाजिक परिवर्तन को प्रोत्साहित किया गया।