एग्जीक्यूटिव एमबीए का बढ़ता क्रेज: करियर में तरक्की के लिए 60% प्रोफेशनल्स IIMs की ओर

रिसर्च से पता चलता है कि 60% कामकाजी प्रोफेशनल्स एग्जीक्यूटिव एमबीए प्रोग्राम्स पर विचार कर रहे हैं, जो मैनेजमेंट एजुकेशन में एक बड़ा बदलाव दर्शाता है।
एग्जीक्यूटिव एजुकेशन का परिदृश्य लगातार बदल रहा है, और अब 75% प्रोफेशनल्स इन प्रोग्राम्स को पारंपरिक फुल-टाइम एमबीए के एक व्यवहारिक विकल्प के रूप में देख रहे हैं।
April, 2025। भारत के अग्रणी ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफॉर्म कॉलेज विद्या द्वारा कराए गए एक हालिया अध्ययन से यह बात सामने आई है कि भारत के कामकाजी पेशेवरों की शैक्षिक प्राथमिकताओं में बड़ा बदलाव आ रहा है। अब अधिक से अधिक लोग करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रीमियर इंडियन इंस्टीट्यूट्स ऑफ मैनेजमेंट (IIMs) से एग्जीक्यूटिव एमबीए करने की ओर रुख कर रहे हैं।
यह अध्ययन पिछले तीन वर्षों में 1 लाख छात्रों के सैंपल साइज पर आधारित है, जिसमें पाया गया कि लगभग 60% कामकाजी प्रोफेशनल्स एग्जीक्यूटिव एमबीए करने में रुचि रखते हैं, जबकि 75% इसे पारंपरिक फुल-टाइम एमबीए प्रोग्राम का व्यवहारिक विकल्प मानते हैं। यह बदलाव इस बात का संकेत है कि अब प्रोफेशनल्स शिक्षा को करियर की रणनीतिक दिशा देने वाले टूल के रूप में देख रहे हैं।
मैनेजमेंट फंक्शन से जुड़े मिड से सीनियर लेवल के प्रोफेशनल्स इन प्रोग्राम्स के मुख्य उम्मीदवार हैं। रिसर्च के अनुसार, औसतन 5-7 साल के अनुभव वाले प्रोफेशनल्स सबसे अधिक संभावित उम्मीदवार होते हैं, जो अपने मैनेजरियल स्किल्स को निखारने और लीडरशिप पोटेंशियल को बढ़ाने के लिए इन कोर्सेज का चयन करते हैं। एग्जीक्यूटिव एमबीए की बढ़ती मांग यह दर्शाती है कि प्रोफेशनल्स अब सोच-समझकर अपस्किलिंग का रास्ता चुन रहे हैं ताकि वे अपने करियर में निरंतर प्रगति कर सकें।
फ्लेक्सिबिलिटी प्रोग्राम चयन का सबसे प्रभावशाली कारक बनकर उभरा है, जिसके चलते ऑनलाइन एग्जीक्यूटिव एमबीए कोर्सेज की मांग तेजी से बढ़ी है। हालांकि डिजिटल लर्निंग का विकल्प प्रमुख बना हुआ है, फिर भी एक वर्ग ऐसा है जो हाइब्रिड मॉडल को पसंद करता है जिसमें समय-समय पर इन-पर्सन नेटवर्किंग के अवसर मिलते हैं।
कॉलेज विद्या के सीओओ रोहित गुप्ता ने इस स्टडी पर अपने विचार साझा करते हुए कहा,
“शीर्ष IIMs से एग्जीक्यूटिव एमबीए की बढ़ती मांग यह दिखाती है कि अब प्रोफेशनल्स करियर ग्रोथ को लेकर कहीं अधिक रणनीतिक और दूरदर्शी हो गए हैं। वे सिर्फ डिग्री नहीं चाहते, बल्कि ऐसी शिक्षा में निवेश कर रहे हैं जो उनके दीर्घकालिक लक्ष्यों से मेल खाती हो। प्रोफेशनल कमिटमेंट्स के साथ पढ़ाई को संतुलित करने की क्षमता, और IIMs जैसी संस्थाओं की विश्वसनीयता, एग्जीक्यूटिव एजुकेशन की परिभाषा को ही बदल रही है। यह ट्रेंड एक अधिक परिपक्व और समझदार ऑडियंस को दर्शाता है, जो क्वालिटी और फ्लेक्सिबिलिटी दोनों को महत्व देती है।”
स्टडी से यह भी स्पष्ट होता है कि प्रोफेशनल्स अब संस्थानों की प्रतिष्ठा और मान्यता पर पहले से कहीं अधिक ध्यान दे रहे हैं। वे सूझबूझ के साथ निर्णय ले रहे हैं और उन संस्थानों को प्राथमिकता दे रहे हैं जो इंडस्ट्री में मजबूत प्रतिष्ठा रखते हैं। प्रतिस्पर्धा के बीच, IIM अहमदाबाद, IIM बैंगलोर, IIM कलकत्ता, IIM कोझिकोड, IIM रायपुर और IIM इंदौर जैसे पहले चरण के IIMs सबसे अधिक पसंद किए जा रहे हैं, जो अपनी रैंकिंग, मान्यताओं और बाज़ार में स्थापित पहचान के कारण लोकप्रिय हैं।
अध्ययन में यह भी बताया गया है कि प्रोफेशनल्स एग्जीक्यूटिव एमबीए को करियर में प्रगति के लिए एक रणनीतिक विकल्प मानते हैं। वे इन कोर्सेज को प्रमोशन के अवसरों को बढ़ाने, अधिक वेतन पाने और आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में जरूरी मैनेजमेंट स्किल्स सीखने के लिए करते हैं। हालांकि काम, समय और आर्थिक निवेश को संतुलित करना एक चुनौती है, फिर भी प्रोफेशनल्स मानते हैं कि ये प्रोग्राम स्किल डेवलपमेंट, नेटवर्किंग और इंडस्ट्री के ट्रेंड्स को समझने के लिहाज से बेहतरीन रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट (ROI) प्रदान करते हैं।