नेशनल स्किल डेवलपमेंट सेमिनार में केंद्रीय कौशल विकास मंत्री ने की हरियाणा की सराहना

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New Delhi News : स्किल डेवलेपमेंट और युवाओं को अप्रैंटिसशिप देने के लिए हमें वक्त के साथ बदलना होगा, रोजगार परक शिक्षा देने के मामले में राज्य सरकारें अंग्रेजों के जमाने के जेलर की तरह व्यवहार नहीं कर सकती, हरियाणा जैसा राज्य इस मामले में मॉडल स्टेट है ,जिसका सभी राज्यों का अनुसरण करना चाहिए। ये विचार केंद्रीय कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विज्ञान भवन में नेशनल स्किल डेवलेपमेंट सेमिनार में व्यक्त किए जहां बिहार, राजस्थान, हरियाणा, सहित देश भर के कई राज्यों के मंत्रियों और अधिकारियों ने शिरकत की। हरियाणा की तरफ से उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने प्रतिनिधित्व किया। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हरियाणा ने युवाओं को अप्रैंटिसशिप देने, दोहरी शिक्षा पद्धति और स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी के मामले में देश के सामने उदाहरण पेश किया है और हरियाणा की योजनाओं को अन्य राज्य सरकारें भी आने वाले समय में लागू करेंगी। उन्होने कहा कि देश में 45 करोड़ लोग काम करते हैं लेकिन कुशल कर्मियों की संख्या 10 प्रतिशत से भी कम है जबकि विकसित देशों में ये 90 प्रतिशत से भी ज्यादा है। उन्होने कहा कि युवाओं को ऑन जॉब ट्रेनिंग देने के लिए राज्य सरकारों को खुद आगे आना होगा तभी स्किल इंडिया के अच्छे परिणाम सामने आएंगे। उन्होने कहा कि हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों ने कुछ क्षेत्रों में आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किए हैं और हर राज्य को किसी ना किसी मामले में मॉडल स्टेट बनना होगा। उन्होने पूरी तैयारी के साथ बेहतरीन प्रजैंटेशन पेश करने के लिए भी उद्योग मंत्री विपुल गोयल और हरियाणा सरकार की तारीफ की। वहीं केंद्रीय मंत्री से मिली सराहना पर आभार प्रकट करते हुए हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि सभी राज्यों के प्रतिनिधियों के बीच जब राज्य सरकार के अच्छे कार्यों की सराहना होती है तो एक संतुष्टि मिलती है कि युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के रास्ते पर ले जाने के लिए हम सही रास्ते पर हैं। उन्होने कहा कि हरियाणा देश की आबादी में सिर्फ 2 फीसदी का राज्य है लेकिन स्किल डेवलेपमेंट में हम तीसरे नंबर पर हैं और अगले एक साल में नंबर एक पर होंगे। उन्होने कहा कि स्किल डेवलेपमेंट सेंटर की संख्या को इस साल के अंत तक 250 तक ले जाना हरियाणा का लक्ष्य है। साथ ही उन्होने कहा कि दुधौला में 900 करोड़ की लागत से जब स्किल डेवलेपमेंट का काम पूरा हो जाएगा तो छोटे छोटे ऐसे कई कोर्स शुरू किए जाएंगे जिसका सभी राज्यों में अनुसरण किया जाएगा। इस मौके पर हरियाणा सरकार की तरफ से स्किल डेवलेपमेंट यूनिवर्सिटी के प्रारूप, सक्षम युवा योजना और अप्रैंटिसशिप योजना पर एक प्रैजेंटेशन भी दिया गया। इस सेमिनार में सभी राज्यों के प्रतिनिधियों ने एक दूसरे से स्किल डेवलेपमेंट पर विचार साझा किए।

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