‘अटल काव्यांजलि’ में पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को दी भावभीनी श्रद्धांजलि

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Faridabad News : भारतीय राजनीति के महानायक भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की याद में शनिवार को नगर निगम सभागार में अटल काव्यांजलि का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन फरीदाबाद नवचेतना ट्रस्ट एवं हिन्दुस्थान समाचार ग्रुप द्वारा संयुक्त रुप से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यसभा सांसद(भाजपा) रवीन्द्र किशोर सिन्हा ने किया, जबकि उद्घाटन प्रदेश के उद्योगमंत्री विपुल गोयल द्वारा किया गया। वहीं कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रुप केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर व विशिष्ट अतिथि के रुप में विधायक मूलचंद शर्मा, विधायक टेकचंद शर्मा, हिन्दुस्थान समाचार के समूह संपादक रायबहादुर राय, उद्योगपति एच.के. बत्रा, भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा, महापौर सुमन बाला, धनेश अदलक्खा, अनिल प्रताप सिंह मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि कृष्णपाल गुर्जर, सांसद रवीन्द्र किशोर सिन्हा व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित करके किया। इसके उपरांत स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम का मंच संचालन भारती ओझा द्वारा किया गया। अपने संबोधन में केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भारत माता के एक ऐसे सपूत थे, जिन्होंने स्वतंत्रता से पूर्व और पश्चात भी अपना जीवन देश और देशवासियों के उत्थान एवं कल्याण हेतू जीया और जिनके कार्यों से देश का मस्तक ऊंचा हुआ। राजनीति में दिग्गज राजनेता, विदेश नीति में संसार भर में समादृत कूटनीतिज्ञ, लोकप्रिय जननायक और कुशल प्रशासक होने के साथ-साथ वे एक अत्यंत सक्षम और संवेदनशील कवि, लेखक और पत्रकार भी रहे हैं। वहीं उद्योगमंत्री विपुल गोयल ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत वर्ष की उन्नति में वाजपेयी जी का योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। वे कई दशकों तक भारतीय राजनैतिक पटल पर छाये रहे। उनके निधन से देश की राजनीति में एवं सार्वजनिक जीवन में आयी रिक्तता को भर पाना असंभव होगा। वाजपेयी जी जैसे ईमानदार एवं स्वच्छ छवि के व्यक्ति विरले ही होते हैं। कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद रवीन्द्र किशोर सिन्हा ने राष्ट्ररत्न अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए कहा कि श्री वाजपेयी एक महान कवि, जुझारू पत्रकार और बेहतरीन वक्ता थे तथा वे एक सच्चे राष्ट्रवादी और दुरदर्शी व्यक्ति थे। तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजयेपी में नेतृत्व क्षमता और संगठनात्मक कौशल कूट-कूट कर भरा था। प्रधानमंत्री के रूप में देश और देश की अर्थ-व्यवस्था में उनका योगदान देश के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा। उन्होंने कहा कि देश को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने की उनकी प्रतिबद्धता और असीमित उत्साह ने उन्हें आर्थिक सुधार करने और पोखरण में परमाणु प्रशिक्षण करके भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न राष्ट्र बनाने का मार्ग प्रशस्त किया। इसके अलावा कार्यक्रम में आए अन्य वक्ताओं ने भी अपने-अपने वक्तयों में राष्ट्ररत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में कवियों ने भी अपनी रचनाओं से सबको भावविभोर कर दिया। डा. कुंवर बेचैन ने अपनी रचना में कहा कि देना हुआ हैं, जब कोई प्यारा उदाहरण हमने दिया है सिर्फ़ तुम्हारा उदाहरण। वहीं चरणजीत चरण ने अपनी रचना पढऩे हुए कहा :- कुछ लोगों की दूरी खुशबू देती है, कुछ लोगों की पास महकता रहता है कुछ लोगों की एक जरा सी दस्तक से सदियों तक इतिहास महकता रहता है। डा. सीता सागर ने अपनी पंक्तियों में कहा कि धरती से गगन तक के द्वार खोल आएंगे मन में तुम्हारे बोल शहद घोल जाएंगे, तुमको तुम्हारी लेखनी ने कर दिया अमर हम तुमको अलविदा न कभी बोल पाएंगे वहीं दिनेश रघुवंशी ने अपनी रचना में कहा कि अटल विश्वास सांसों की रिहाई हो तो ऐसी हो, अगर हो नेकियों की तो कमाई हो तो ऐसी हो, विदाई पर धरा से ये गगन भी कह उठा होगा समर्पण हो तो ऐसा हो, विदाई हो तो ऐसी हो। इसके अलावा सरदार मंजीत सिंह, डा. रमेश उपाध्याय बांसुरी, गजेंद्र सोलंकी आदि कई कवियों ने भी अपनी-अपनी रचनाओं के माध्यम से श्रोताओं की जमकर वाहवाही बटोरी। इस मौके पर फरीदाबाद नवचेतना ट्रस्ट के अध्यक्ष डा. प्रशांत भल्ला, सचिव शांति गुप्ता, कोषाध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता, ट्रस्टी बी.आर. भाटिया, स्वावलंबन ट्रस्ट की अध्यक्ष श्रीमती मेघना श्रीवास्तव आदि ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।

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