April 21, 2025

जीबीएन सी.सै स्कूल में द्वितीय अंतर विद्यालय चैस टूर्नामेंट का सफल समापन

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Faridabad News : जी बी एन सीनियर सेकेंडरी विद्यालय 21 डी में द्वितीय अंतर विद्यालय चैस टूर्नामेंट के दूसरे दिन माधव मित्तल तथा लावण्या अरोडा ने अंडर 19 की श्रेणी में प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया, समर्थ मित्तल तथा डोरी शर्मा ने अंडर15 की श्रेणी में प्रथम पुरुस्कार, गर्व गौर तथा याशना वैष्णवी ने अंडर13 की श्रेणी में प्रथम पुरुस्कार , सार्थक मित्तल तथा अक्षिता मित्तल ने अंडर11 की श्रेणी में प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया। इन सभी खिलाडियो को जिला खेल अधिकारी श्रीमती मैरी ने सम्मानित किया।

इस मौके पर उपस्थितजनो को सम्मबोधित करते हुए जिला खेल अधिकारी श्रीमती मैरी ने कहा कि खिलाडियो को अधिक से अधिक सुविधाएं देने के लिए सरकार व प्रशासन पूरी तरह से कटिबद्ध है और वह खिलाडियो के अधिक से अधिक सुविधाएं दे भी रहा है जिसके चलते फरीदाबाद के खिलाडी देश विदेशो में भी अच्छा प्रदर्शन कर जिले का नाम रोशन कर रहे है।

विद्यालय की निदेशक श्रीमती अनीता सूद ने कहा कि स्कूल समय समय पर इस तरह की प्रतियोगिता का आयोजन कर बच्चो के उत्साह को और बढ़ाने का प्रयास करता है एवं अच्छे खिलाडियो को इस तरह की प्रतियोगिता में आगे आने का मौका मिलता है। इस मौके पर फरीदाबाद के प्रसिद्ध उद्योगपति श्री प्रदीप सूद ने भी विजेता खिलाडियो को मुबारकबाद दी और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।

प्रधानाचार्या श्रीमती लीला गोविंद स्कूल द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में लगभग 200 प्रतिभागियो ने हिस्सा लिया और सभी फरीदाबाद के स्कूलों के बच्चो ने हिस्सा लेकर इस प्रतियोगिता को सफल बनाया जिसके लिए वह उनका आभार जताती हैे। इस प्रतियोगिता में मुख्य रुप से डी.पी.एस डी.पी.एस.-19, प्रेसिडियम, ए. पी. जे., अरावली, एम.वी.एन, डीएवी, डायनेस्टी,रेयान, मानव रचना,सेंट पीटर्स, सेंट जोसेफ सहित अन्य स्कूल के बच्चो ने हिस्सा लिया।

टूर्नामेंट का समापन पर नतीजो की उदघोषणा के साथ अत्यंत ही उत्साहवर्धक तरीके से हुआ। प्रतिभागियो को सम्मानित करने के लिये तथा उनका उत्साहवर्धन करने के लिये जिला खेल अधिकारी सहित अन्य गणमान्य लोगो को भी आमंत्रित किया गया था जिन्होंने सभी विजेता खिलाडियो का उत्साहवर्धन किया। टूर्नामेंट में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन अत्यंत ही उत्साह तथा सकारत्मक विचारों से हुआ।

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