Faridabad News, 02 Oct 2019 : सर्वोदय हॉस्पिटल, सेक्टर-8 में सेंटर फॉर जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग के लिए “जॉइंट रिप्लेसमेंट प्रक्रिया में घाव को बंद करने की आधुनिक तकनीक” विषय पर एक ट्रेनिंग का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य ऑर्थोपेडिक सर्जन और अन्य ऑपरेशन करने में सहयोग करने वाले स्टाफ को आधुनिक तकनीक से प्रशिक्षित करवाना था |
ज्ञात हो कि सर्वोदय हॉस्पिटल में जॉइंट रिप्लेसमेंट के मरीजों को बेहतर ईलाज और नतीजे देने के लिए यू० एस० ए० (USA) के बार्नेस जेविश हॉस्पिटल और वाशिंटन यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ. रायन एम नुनले ने सर्वोदय हॉस्पिटल में ऑर्थोपेडिक सर्जन और अन्य ऑपरेशन करने में सहयोग करने वाले स्टाफ को ट्रेनिंग देने के लिए शिरकत की | लगभग आधे दिन चली इस ट्रेनिंग में डॉ. नुनले ने लाइव डेमोंस्ट्रेशन के सहारे इस आधुनिक तकनीक की बारीकियों से अवगत करवाया| पिछले दशक में सर्जरी के क्षेत्र में क्रांति आयी है जिसके अंतर्गत सर्जरी को करने की कार्यप्रणाली और मरीजों के ईलाज में आये नतीजों में भी सुधार आया है | इन्ही सर्जरी की कार्यप्रणाली में घाव को किस प्रकार बंद किया जाना चाहिए, भी काफी महत्व रखता है इससे जॉइंट रिप्लेसमेंट कराने वाले मरीज के संपूर्ण अनुभव और संतुष्टि में भी सकारात्मक नतीजे मिलते है|
एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ. रायन एम नुनले ने बताया कि ” आधुनिक घाव बंद करने की तकनीक परम्परागत स्किन स्टेपलर या टाँके लगाने के स्थान पर उपयोग की जा सकती है| यह एक प्रकार का ग्लू होता है जो घाव को बंद करके घाव वाली जगह पर लगाया जाता है, यह ग्लू पॉलिएस्टर मैश और 2 ओक्टील क्यानो-एक्रीलेट का मिश्रण होता है जो स्टेप्लर या टाँकों की बजाय न्यूनतम इनवेसिव तकनीक से घाव को बंद करता है| इससे सर्जरी की जगह पर संक्रमण का प्रभाव, बंद घाव की पकड़ और सर्जरी के सही होने के बाद दिखने वाले निशानों पर इसका अनुकूल असर दिखता है| ”
सर्वोदय हॉस्पिटल के सेंटर फॉर जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ० सुजॉय भट्टाचार्जी ने बताया कि “घाव भरने के बाद इस ग्लू को निकलना स्किन स्टेप्लर या टाँकों की अपेक्षा दर्दरहित होता है| चूँकि इससे लगाने के लिए स्किन में छेद करने की आवश्यकता नहीं होती इसलिए मरीज ऑपरेशन के बाद नहा भी सकता है और उसे हॉस्पिटल डिस्चार्ज के बाद ड्रेसिंग करवाने की जरुरत भी नहीं होती| यह तकनीक अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और यूरोप में सफलतापूर्वक इस्तेमाल की जा रही है| हम चाहते थे कि सर्वोदय हॉस्पिटल में भी मरीज इस आधुनिक तकनीक का फायदा उठा सके| इसलिए इस ट्रेनिंग का आयोजन किया गया जिससे इस तकनीक की बारीकियों को समझकर मरीजों को उनके ईलाज में बेहतर परिणाम दिए जा सकें|
सर्वोदय हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ राकेश गुप्ता ने बताया कि “यह तकनीक मरीजों को सर्जरी के बाद तेज़ी से रिकवरी करवाने में मदद करेगी साथ ही सर्जरी के बाद मरीज को हॉस्पिटल में ड्रेसिंग करवाने या घर पर नर्सिंग सेवाएँ लेने के लिए व्हाट्सप्प मैसेज भी कर सकता है।