New Delhi News : दिल्ली में प्रदूषण की भयावह स्थिति को देखते हुए लैफ्टीनैंट गवर्नर अनिल बैजल ने बुधवार को एक आपात बैठक बुलाई। इस बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित सभी जरूरी एजैंसियों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया था। वहीं मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दिल्ली व एन.सी.आर. में स्मॉग से हालात और बिगड़ सकते हैं। ऐसा लगता है कि जहरीली हवा पर अब दिल्ली सरकार जाग गई है।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि यदि अगले 48 घंटों में वायु प्रदूषण का स्तर अत्यंत गंभीर श्रेणी में बना रहता है तो दिल्ली सरकार सम-विषम योजना को लागू करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि यदि यह व्यवस्था लागू होती है तो इससे दोपहिया वाहनों को छूट दी जाएगी। दिल्ली सरकार आज ऑड-ईवन फॉर्मूला को फिर से लाने का फैसला ले सकती है। एनवॉयरन्मेंट पॉल्यूशन कंट्रोल अथॉरिटी (EPCA) भी इस पर फैसला लेगी। वहीं बुधवार को दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा कि वायु की गुणवत्ता बिगड़ रही है, इसके चलते प्राथमिक स्कूल रविवार तक बंद रहेंगे।
दिल्ली में ट्रकों की एंट्री पर बैन
बुधवार को हुई मीटिंग में जिन उपायों पर अंतिम मुहर लगी है उनमें
-जरूरी सामान ढोने वाले ट्रकों के अलावा बाकी सभी ट्रकों के दिल्ली में एंट्री पर बैन
-निर्माण कार्य पर रोक
-इस हफ्ते के अंत तक स्कूलों में छुट्टी करने
-पार्किंग फीस में बढ़ौतरी और मैट्रो व बसों के फेरे बढ़ाने के निर्णय शामिल हैं।
हरियाणा, पंजाब के मुख्यमंत्री से केजरीवाल ने मांगा समय
केजरीवाल ने पराली जलाने पर अंकुश के लिए हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्री से बातचीत करने के लिए समय मांगा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह एमरजैंसी की स्थिति है और वह दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिलने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में स्मॉग का कहर बढ़ रहा है। लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। स्मॉग के चलते ऐसा बताया जा रहा है कि पड़ोसी राज्यों में खेतों में पराली जलाए जाने के कारण जो धुआं उठता है, वह दिल्ली तक आता है और इसकी वजह से राजधानी ‘गैस चैंबर’ में तबदील हो गई है।