Faridabad News, 08 Dec 2019 : परिणाम आधारित शिक्षा को लेकर बेहतर समझ और इसके कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाने के लिए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) द्वारा ‘परिणाम आधारित शिक्षा एवं प्राप्ति’ पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का संचालन भौतिकी और गणित विभाग के सहयोग से किया गया।
कार्यशाला में अग्रवाल कॉलेज बल्लभगढ़ के प्राचार्य डॉ. कृष्णकांत गुप्ता और दिल्ली विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. पी.एस. ग्रोवर विशेषज्ञ वक्ता थे। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य परिणाम आधारित शिक्षा को लेकर विभिन्न पहलुओें एवं प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा करना था।
अपने संबोधन में, डॉ. गुप्ता ने वर्तमान परिदृश्य में परिणाम आधारित शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और पाठ्यक्रम उद्देश्यों (सीओ) और कार्यक्रम उद्देश्यों (पीओ) के कार्यान्वयन और प्राप्ति के बारे में चर्चा की तथा सीओ-पीओ और कार्यक्रम विशिष्ट उद्देश्यों (पीएसओ) की प्राप्ति, मेपिंग और परिणाम विश्लेषण के लिए विभिन्न तरीकों की व्याख्या की। उन्होंने औद्योगिक जरूरतों के अनुरूप पाठ्यक्रम संशोधन के महत्व पर बल दिया ताकि विद्यार्थियों को रोजगार के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान मिल सके।
प्रो. पी. एस. ग्रोवर ने अपने विशेषज्ञ व्याख्यान में, परिणाम आधारित शिक्षा के विभिन्न पहलुओं जैसे परिणामों के नैक मेट्रिक्स, पाठ्यक्रम, कार्यक्रम शैक्षिक उद्देश्य, कार्यक्रम उद्देश्य, कार्यक्रम विशिष्ट उद्देश्य, पाठ्यक्रम उद्देश्य और कैसे ये सभी एक दूसरे से जुड़े हुए है, पर चर्चा की। उन्होंने बहुत सरल तरीके से विषय पर प्रभावी विचार-विमर्श किया और शिक्षकों को अपने अध्ययन कौशल में सुधार करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यशाला में विभिन्न विभागों के लगभग 50 संकाय सदस्यों ने भाग लिया। इस आयोजन का समन्वय भौतिकी विभाग की अध्यक्षा डॉ. अनुराधा शर्मा और गणित विभाग की अध्यक्षा डॉ. नीतू गुप्ता ने किया।