Faridabad News, 23 Dec 2019 : बोनी पॉलीमर मिल कमेटी ने छटनी ग्रस्त मजदूरों की बहाली की मांग को लेकर आज बोनिपोलिमर फैक्टरी के सैक्टर 58 स्थित प्लांट के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। तथा जमकर मैनेजमेंट के खिलाफ नारे लगाए। मजदूर हटाए गए कर्मियों को बहाल करो, रोज की छटनी बंद करो के नारे लगा रहे थे। इसकी अध्यक्षता सीटू के उपप्रधान विजय झा ने की, जबकि संचालन कामगार यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र पाल ने किया। इस अवसर पर मजदूरों को संबोधित करते हुए सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने बोनी पॉलिमर की मैनेजमेंट पर मजदूरों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि परमानेंट मजदूरों को हटाकर उनकी जगह पर कच्चे मजदूरों से काम करवाया जा रहा है। जबकि पहले फैक्ट्री में कार्य नहीं होने का बहाना बनाकर ले ऑफ़ की घोषणा कर दी गई। जो कि किसी भी प्रकार से उचित नहीं है। क्योंकि जब काम नहीं था। तो रेगुलर के स्थान पर कच्चे मजदूरों को क्यों लगाया गया। इससे स्पष्ट जाहिर होता है कि कारखाने के मालिक जानबूझकर कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रहे है। ताकि उन्हें कच्चे कर्मचारियों से अधिक काम लेने का मौका मिल सके और उनका शोषण करने कर सके। उन्होंने चेतावनी दी है। कि यदि उप श्रम आयुक्त ने शीघ्र ही बोनी पॉलीमर मैनेजमेंट को काम से हटाए गए मजदूरों को ड्यूटी पर लेने के लिए बाध्य नहीं किया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा । क्योंकि श्रम विभाग और मैनेजमेंट की मिलीभगत के कारण ही मजदूर प्रताड़ित हो रहे है। इसलिए यूनियन कल 24 दिसंबर को जॉइंट ट्रेड यूनियन काउंसिल के आह्वान पर डीसी कार्यालय के समक्ष आगामी 8 जनवरी 2020 की हड़ताल के लिए दिए जाने वाले नोटिस के बाद इस मुद्दे पर आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी। डंगवाल ने कहा कि यदि शीघ्र ही सेक्टर 6 स्थित कारखाने के नौकरी से हटाए गए 46 मजदूरों को ड्यूटी पर वापस लेने, बोनस और दिवाली गिफ्ट का भुगतान करने, महंगाई भत्ते की किस्त का एरियर देने, जैसी मांगों को लागू नहीं करवाया गया तो निश्चित तौर सीटू आर पार का आंदोलन लड़ने की रणनीति तैयार करेगी।