Faridabad News, 10 Jan 2020 : केन्द्रीय कृषि एवं कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि हम सब भारत के नागरिक है। हमारा देश लोकतांत्रिक देश है। अभिव्यक्ति की भारत में पूरी स्वतंत्रता है तथा हम सब लोग इसका लाभ उठाते है, लेकिन तकलीफ तब होती है जब स्वतंत्रता का दुरूपयोग हिंसा फैलाने के लिए होने लगे या देश को तोडऩे के लिए होने लगे या फिर देश को गुमराह करने के लिए होने लगे, तो स्वाभविक रूप से ऐसी परिस्थिति खड़ी होती है तो सज्जन शक्ति का खड़ा होना भी मजबूरी हो जाता है। आज का यह जन जागरण अभियान एक तौर से सज्जन शक्ति देश की जाग्रत हो, खड़ी हो और वर्तमान परिस्थितियों में अपने दायित्व का निर्वाहन करें, बढ़-चढक़र और सक्रिय रूप से करें इसकी अनिवार्यता है। इसलिए इस जन जागरण अभियान को हाथ में लिया गया है।
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर फरीदाबाद जिला टैक्स बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित नागरिकता संशोधन कानून के संदर्भ में शुरू किए गए जन जागरण अभियान का शुभारंभ करने से सैक्टर-12 स्थित जिला टैक्स बार एसोसिएशन भवन में पत्रकारों से रूबरू हो रहे थे। इस अवसर पर जिला टैक्स बार एसोसिएशन के प्रधान संदीप सेठी, विधायक राजेश नागर, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष नीरा तोमर, जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा, मार्किट कमेटी के चेयरमैन हुकम सिंह भाटी एडवोकेट, एस.एन. त्यागी, एस.के.भारद्वाज, सत्यवान नरवाल, आर.एस. गांधी आदि विशेष रूप से मौजूद थे।
इस अवसर पर जिला टैक्स बार एसोसिएशन के प्रधान संदीप सेठी सहित उनकी पूरी टीम ने केन्द्रीय मंत्री का स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया।
नागरिकता संशोधन कानून के संदर्भ में विस्तार से बताते हुए केन्द्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि यह कानून किसी भी देशवासी की नागरिकता छीनने का कानून नहीं है अलबत्ता पड़ौसी मुल्क पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बंगलादेश में पीडि़त हिन्दू, सिख, ईसाई, पारसी, जैन आदि समुदायों को भारत की नागरिकता देने के लिए है। यह कानून जब किसी भी देशवासी की नागरिकता को छीन ही नहीं रहा है तो बवाल फिर क्यों बरपा है। इसके लिए सिर्फ और सिर्फ विपक्षी पार्टियां व कांग्रेस जिम्मेदार है, जोकि देश में भ्रांति फैलाकर माहौल को हिंसात्मक बनवा रही है। उन्होंने पूर्व की कांग्रेस सरकार पर विभाजन का दोषारोपण करते हुए कहा कि उनकी छोटी मानसिकता के चलते देश का विभाजन हुआ। पाकिस्तान धर्म के आधार पर देश बना जबकि भारत एक पंत निरेपक्ष देश बना और दिसम्बर-1947 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेहरू लियाकत पैक्ट में भी कहा गया था कि पाक में अगर बर्बरता होती है तो पीडि़तों को नागरिकता दी जाएगी।
इस अवसर पर बीएस शेखावत, सतेन्द्र यादव, एच.एस. भाटी, विजय शर्मा, आर.एस. गौड़, के.के.मिश्रा, अजीत सिंह भाटी, आई.एन. चर्तुेवदी, आई.एस. भाटी, शिवदत्त वशिष्ठ, नवदीप सेवा समिति ट्रस्ट के प्रधान यशपाल शर्मा, राजेन्द्र गुप्ता, दीपक गेरा, यूथ सोसायटी हरियाणा के प्रधान सुरेश सिंह, पवन रावत, भाजपा उपाध्यक्ष राजकुमार वोहरा, वजीर सिंह डागर, एडवोकेट राजकुमार शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।