Faridabad News, 01 July 2020 : डीएवी शताब्दी कॉलेज फरीदाबाद के अमूल्य धरोहर प्राचार्य डॉ. सतीश आहूजा के लगभग 38 वर्षों तक शिक्षण के क्षेत्र में अपनी सेवाएं प्रदान करते हुए जिसमे से करीब 15 वर्षों तक डीएवी शताब्दी कॉलेज फरीदाबाद के प्राचार्य के रूप में सेवा देने के उपरांत 30 जून 2020 को सेवानिवृत्त हुए। बतौर मुख्य अतिथि डी ए वी सी एम् सी उच्चतर शिक्षा के निदेशक शिव रमन गौड़ मौजूद रहे। निदेशक शिव रमन गौड़ ने प्राचार्य डॉ. आहूजा के पिछले 15 वर्षों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए आने वाले भविष्य की शुभकामनाएं दी। उनके सेवानिवृत्त के दिन ना केवल डीएवी कॉलेज के प्रत्येक सदस्य से बल्कि संपूर्ण भारत से हजारों की संख्या में ऑनलाइन वीडियो और संदेशों से उन्हें शुभकामनाएं दी गई। कोविड आपदा के वजह से शिक्षकों एवं छात्रों की संस्था में एक साथ उपस्थिति नहीं हो पाने के कारण सभी ने अपनी भावनाओं को वीडियो सन्देश के माध्यम से पहुंचाया। सभी विभागों ने मिलकर सोशल डिस्टन्सिंग को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग दिन प्राचार्य डॉ. सतीश आहुजा की विदाई समारोह का आयोजन किया। उनकी सेवानिवृत्ति पर सभी बहुत भावुक थे और सभी ने डॉ. आहूजा को आने वाले समय में स्वस्थ और प्रसन्न रहने की शुभकामनाएं दी।
अकउंटेंट से प्रिंसिपल का सफर
डॉ. आहूजा ने बतौर अकाउंटेंट अपने कैरियर की शुरुआत की, 1982 में शिक्षण के क्षेत्र में उन्होंने पदार्पण किया, 1987 में अस्सिटेंट प्रोफेसर के रूप में उन्होंने डी ए वी शताब्दी कॉलेज फरीदाबाद में शिक्षण कार्य प्रारंभ किया, 1998 में उन्हें कॉलेज के कॉमर्स विभाग का अध्यक्ष बनाया गया, 7 वर्षों तक विभागाध्यक्ष के बाद कॉलेज के प्राचार्य पद ग्रहण किया। डॉ. आहूजा के कुशल नेतृत्व, प्रबंधन में कॉलेज ने समाज के हर क्षेत्र में विकास किया।
डॉ. सविता भगत ने कार्यकारी प्राचार्य का पदभार संभाला
डीएवी शताब्दी कॉलेज में डॉक्टर सतीश आहूजा 15 वर्षों तक प्राचार्य के सेवानिवृत्ति के साथ ही कार्यकारी प्राचार्य के रूप डॉ सविता भगत ने पदभार संभाला। सभी ने फूल मालाओं के साथ उनका स्वागत किया सभी अध्यापकों और गैर शिक्षण कर्मचारियों ने उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का भरोसा दिलाया। डॉ. सविता भगत ने कहा कि पूर्व प्राचार्य डॉ आहूजा द्वारा किए गए कार्यों को आगे बढ़ाते हुए डीएवी के मान सम्मान और छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी। सभी को साथ में लेकर एक टीम की तरह डी ए वी अपना परचम हमेशा की तरह और भी आगे ले जाने में हर संभव कोशिश करेंगे। इस मौके पर मुकेश बंसल, डॉ अर्चना भाटिया, डॉ. विजयवनती, डॉ. नरेंद्र, डॉ. अर्चना सिंघल, डॉ. अंजू गुप्ता, डॉ. शिवानी, सुनीता डूडेजा, अशोक मंगला, आनंद सिंह व् अन्य लोग मौजूद रहे इस मौके पर डॉ. शुभ तनेजा रिटायर्ड प्रोफेसर हिंदी विभाग विशेष रूप से उपस्थित रही।