New Delhi News : कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने तेल आयातक देशों की चिंता बढ़ा दी है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल ढाई साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। एेसे में आने वाले समय में पैट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी बढ़ौत्तरी हो सकती है। ब्रिटेन के उत्तरी सागर में प्रमुख पाइपलाइन को मरम्मत के लिए बंद कर दिया गया है, जिसकी वजह से कच्चा तेल 65 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है। वहीं दूसरी ओर बाजार में पहले से ही ओपेक द्वारा उत्पादन में कटौती से सप्लाई कम है।
पाइपलाइन को किया गया बंद
जानकारी के अनुसार फोर्टाइस ऑयल और गैस पाइपलाइन में दरार पड़ने के कारण सोमवार को इसे बंद कर दिया गया। यह ब्रिटेन की प्रमुख पाइपलाइन है जिसके माध्यम से रोजाना 4 लाख 50 हजार बैरल कच्चा तेल उत्तरी समुद्र से स्कॉटलैंड के प्रोसेसिंग प्लांट तक पहुंचता है। फोर्टाइस कच्चा तेल कई ग्रेड तेलों में से एक है जो ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत तय करता है। ब्रिटेन के पहले बड़े समुद्री तेल क्षेत्र से कच्चा तेल परिवहन करने के लिए फोर्टाइस पाइपलाइन सिस्टम 1975 में खोला गया था। पाइप लाइन बंद होने की खबर के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल 65.20 और 65.35 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया है। यह 24 जून 2015 के बाद का उच्चतम स्तर है।
बढ़ सकती है कच्चे तेल की कीमतें
वहीं दूसरी ओर इस पाइपलाइन की प्रबंधक कंपनी इनोस ने कहा कि पाइप लाइन में सप्लाई का दबाव कम करने के बावजूद दरार बढ़ गई है और परिणामस्वरूप प्रबंधन टीम ने अब फैसला किया है कि अच्छी तरह से मरम्मत के लिए पाइपलाइन बंद रखना अच्छा साबित होगा। कंपनी के अनुसार मरम्मत के दौरान पाइपलाइन कम से कम दो सप्ताह तक बंद रह सकती है। ब्रिटेन की प्रमुख पाइपलाइन बंद होने की खबर से बाजार में कच्चे तेल के अधिक महंगा होने की संभावना है।