Faridabad News : पूर्वी सेवा समिति द्वारा एसजीएम नगर स्थित राजा चौक पर बसंत पंचमी के पावन अवसर पर सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता धर्मबीर भड़ाना ने शिरकत की और उन्होंने मां सरस्वती की आरती की। भड़ाना ने कहा कि हिंदू पंचाग के अनुसार हर वर्ष माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विद्या और बुद्धि की देवी माता सरस्वती की आराधना का दिन होता है। इसी उपासना के दिन को बसंत पंचमी कहा जाता है। इस दिन संगीत कला और आध्यात्म का आशीर्वाद भी लिया जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि यदि किसी की कुंडली में विद्या बुद्धि का योग नहीं है या शिक्षा में बाधा आ रही है तो इस दिन मां शारदा की आराधना अवश्य करनी चाहिए। सबसे पहले गणेश जी की पूजा के बाद माता सरस्वती का पूजन किया जाता है और बाद में रति और कामदेव की पूजा करना लाभदायक माना जाता है। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी ज्ञान की देवी मां सरस्वती के आराधना का दिन होता है। पूर्वी सेवा समिति के प्रधान सुनील कुमार ने इस मौके पर मां सरस्वती का गुणगान करते हुए कहा कि हिंदू परंपरा में ऐसी मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन छोटे बच्चों को शिक्षा देने की शुरुआत की जाती है। इसी के साथ बसंत पंचमी के दिन छह माह तक के बच्चे को पहली बार अन्न भी खिलाया जाता है। शास्त्रों में इस दिन को अन्नप्राशन के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि सरस्वती पूजन के साथ इस दिन कुछ उपाय करने से बच्चे की बुद्धि कुशाग्र होती है। इस दिन पीले रंग के कपड़े पहन कर पूजा करने का विशेष महत्व होता है। माता सरस्वती के साथ नवग्रह का भी पूजन किया जाता है। इस अवसर पर पूर्वी सेवा समिति के प्रधान सुनील कुमार, रोशनलाल शर्मा, माधव झा, एस पी सिंह, धर्मनाथ प्रसाद, गौतम जयसवाल, अरुण सिंह, डा. देव, डा. गोस्वामी सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।