फरीदाबाद, 17 अगस्त। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि शहीद हमारे समाज का गौरव हैं और हमें उनकी शहादत पर गर्व है। शहादत परिवार के लिए आपदा से कम नहीं है और दुख की इस घड़ी में सरकार परिवार के साथ है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को जिला के गांव शाहजहांपुर में शहीद मनोज भाटी के घर जाकर उनके परिजनों को शोक व्यक्त किया और ढाढस बंधाया। गौरतलब है कि भारतीय सेना में राइफलमैन मनोज भाटी 11 अगस्त की सुबह जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकवादी हमले में सेना कैंप की सुरक्षा करते हुए शहीद हो गए थे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार शहीद परिवार के साथ है और परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर गांव के राजकीय स्कूल का नाम अब शहीद मनोज भाटी के नाम रखा जाएगा। इसके अलावा सरकार की नीति के अनुसार शहीद परिवार को आर्थिक मदद भी दी जाएगी। उन्होंने कहा शहीद परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। इसके लिए सदस्य का नाम शहीद के परिवार द्वारा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी परिवार को अगर अन्य किसी मदद की जरूरत पड़ेगी तो वह भी की जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल शहीद मनोज भाटी के पिता बाबूराम, उनकी धर्मपत्नी कोमल तथा मां सुनीता देवी,भाई सुनील व योगेश से मिलकर सांत्वना दी और ढांढस बंधाया।इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उनके पड़ोसी राहुल भाटी के घर जाकर भी उनके परिवारजनों को ढांढस बंधाया। राहुल भाटी की खेतो से आते समय यमुना में डूबने से मौत हो गई थी।
इस अवसर पर प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ,तिगांव से विधायक राजेश नागर, पृथला से विधायक नयनपाल रावत, भाजपा के जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव अजय गौड़, पूर्व मंत्री सुभाष कत्याल, मंडल आयुक्त संजय जून, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर आलोक मित्तल, पुलिस आयुक्त विकास कुमार, डीसी यशपाल, जेजेपी के नेता राजा राम, बीजेपी के नेता सोहनपाल छोकर, मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर अमित आर्य, मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर मुकेश वशिष्ठ, लखन बैनीवाल, प्रताप सिंह भाटी, गांव के पूर्व सरपंच नाहर सिंह, पूर्व सरपंच कृष्ण, भारती भाटी, राजकुमार भाटी, रूपचंद भाटी, नारायण सिंह, जगदीश भाटी, रणबीर भाटी, वरदान नम्बरदार सहित अनेक गणमान्य लोगों ने भी शोक व्यक्त किया।