फरीदाबाद, 26 अप्रैल, 2023: मानव रचना में बुधवार को सत्र 2022 के लिए दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ। मानव रचना यूनिवर्सिटी (एमआरयू), मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) और मानव रचना डेंटल कॉलेज के इस संयुक्त दीक्षांत समारोह का शुभारंभ दीप जलाकर किया गया। इस दौरान दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर इंडियन कैमिकल इंजीनियर व सीएसआईआर के पूर्व डायरेक्टर जनरल डॉ. रघुनाथ अनंत माशेलकर और प्रो. योगेश सिंह बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल हुए। मौके पर एमआरईआई की चीफ पेटर्न श्री मति सत्या भल्ला, अध्यक्ष डॉ. प्रशांत भल्ला, उपाध्यक्ष डॉ. अमित भल्ला, एमआरआईआईआरएस के वाइस चांसलर डॉ. संजय श्रीवास्तव, एमआरयू के वाइस चांसलर डॉ. आईके भट आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
डॉ. प्रशांत भल्ला ने अपने संबोधन में सभी छात्रों, अभिभावकों व शिक्षकों को उनके कठिन परिश्रम के लिए बधाई देते हुए कहा कि ये दिन सभी के सामूहिक प्रयासों से ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि एमआरआईआईआरएस और एमआरयू दोनों की यूनिवर्सिटी ने युवाओं को इंडस्ट्री की जरूरत के लिहाज से कुशल बनाया है। उन्होंने कहा कि सभी छात्र अपनी उपलब्धियों से संस्थान का रोशन करेंगे जिसकी हमें पूरी उमीद है।
दीक्षांत समारोह का संबोधन करते हुए, डॉ. रघुनाथ अनंत माशेलकर ने कहा, “मानव रचना में, मैंने विभिन्न क्षेत्रों में 10 मानद उपाधियों के साथ प्रशंसा और उत्सव की एक असामान्य बहुतायत देखी।” उन्होंने शिक्षा के भविष्य के समकक्ष होने का शक्तिशाली संदेश और शिक्षा के बारे में तीन अलग-अलग बातें: शिक्षा का अधिकार, सही शिक्षा और शिक्षा का सही तरीका, साझा किया।
1500 छात्रों को डिग्रियां दी गई
संस्थान के इस कार्य़क्रम में तकरीबन 1500 पूर्व छात्रों को स्नातक, स्नातकोत्तर व डॉक्टरेट की डिग्रियां प्रदान की गई। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए 10 सम्मानित लोगों को मानद उपाधियों से नवाजा गया। समारोह में 91 स्कॉलर्स को पीएचडी, 1256 छात्रों को स्नातक और 293 छात्रों को स्नातकोत्तर की उपाधि प्रदान की गई।
छात्रों को उत्कृष्ट उपलब्धि और शैक्षणिक दक्षता के लिए पदक भी दिए गए। मुख्य संरक्षक पदक, राष्ट्रपति पदक, उपाध्यक्ष पदक और कुलपति पदक भी प्रदान किए गए।
मानद डिग्री पाने वालों में सीएसआईआर के पूर्व डायरेक्टर जनरल डॉ. रघुनाथ अनंत; डीयू के वाइस चांसलर प्रो. योगेश शर्मा; मारुति सुजुकी के चीफ मेंटर श्री सकलेन यासीन सिद्दीकी; ओलंपियन पद्मश्री गगन नारंग; एलेन करियर इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर श्री नवीन माहेश्वरी; एक्सिस बैंक से ईवीपी व एचआर हैड श्रीमती राजकमल वेम्पति; टीवी-9 के सीईओ श्री बरुन दास; एयर इंडिया के चीफ रिसोर्स ऑफिसर श्री सुरेश दत्त त्रिपाठी; शिवालिक प्रिंट्स लिमिटेड के चेयरमैन व मैनैजिंग डायरेक्टर श्री नरेंद्र अग्रवाल, इंडियन एक्सेंट के कॉरपोरेट शेफ श्री मनीष मेहरोत्रा शामिल रहे।
डॉ. संजय श्रीवास्तव और डॉ. आईके भट ने संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट पेश की।
मानद उपाधि लेने वालों ने कहा-
डॉ. रघुनाथ अनंत माशेलकर- ये मानद उपाधि मिलना एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी को मैं पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाउंगा।
डॉ. योगेश सिंह- मानद उपाधि से सम्मानित होना मेरे लिए गर्व और सम्मान की बात है। ‘डिग्री तो महज एक दस्तावेज है। आपकी शिक्षा आपके व्यवहार में झलकती है और इसी से आपका भविष्य संचालित होता है।
श्री गगन नारंग- अगर आपमें जुनून और पागलपन है, तो आप चट्टान भी हिला सकते हो। यह डिग्री मेरे लिए अनमोल है क्योंकि ये मेरी कड़ी मेहनत और उत्कृष्टता की यात्रा के परिणाम के दर्शाती है।
श्री सुरेश दत्त त्रिपाठी- उन्होंने उल्लेख किया कि यह आपके जुनून के अलावा और कुछ नहीं है जो आपको उस दिशा में ले जा सकता है जिस दिशा में आप आगे बढ़ना चाहते हैं। एचआर जुनून और योगदान का क्षेत्र है और इसे देश के सभी वर्गों ने यह महसूस किया है।
श्री नरेंद्र अग्रवाल – मानव रचना से मानद उपाधि प्राप्त करना सम्मानजनक है। यहां सभी की विनम्रता और समर्पण को देखकर मैं हैरान हूं।
श्री मनीष मेहरोत्रा – उन्होंने इस तरह की पहल करने के लिए मानव रचना को धन्यवाद दिया जहां पाक विशेषज्ञों को सम्मानित किया जा रहा है और पाक शिक्षा को इतना महत्व दिया जा रहा है।
श्री यासीन सिद्दीकी ओर से उनके पुत्र: इस संस्थान से मानद उपाधि प्राप्त करना सम्मान की बात है। मैं मानव रचना परिवार का आभारी हूं कि यहां मेरे पिता को सम्मान देने के लिए चुना गया है।
श्रीमती राजकमल वेम्पति की ओर से सुश्री तनु मल्होत्रा ने मानद उपाधि देने के लिए मानव रचना को धन्यवाद दिया।
श्री नवीन माहेश्वरी- मैं इस सम्मान को पूरे एलन परिवार की ओर से स्वीकार करता हूं। ये सम्मान सिर्फ मेरे लिए नहीं बल्कि पूरे कोटा और एलन परिवार के लिए है।
श्री बरुन दास: डिग्री से सम्मानित होने पर मुझे बेहद खुशी हुई है। ज्ञान एक ऐसा धन है जो कि बांटने पर हमेशा बढ़ता है।